किसानों को इस वर्ष टमाटर की फसल ने मालामाल किया। जिसकी वजह से किसानों के चेहरे खिले खिले रहे। मौसम ने भी किसानों का बेहद साथ दिया। अब किसान फिर से उम्मीद कर रहे है कि मौसम फिर उनका साथ देगा और आने वाली फसलें भी उन्हें बम्पर पैदावार देगी। आप को बता दें कि सोलन की आर्थिकी कृषि पर आधारित है। किसानों को फायदा या नुक्सान होता है तो उसका असर बाज़ार पर साफ़ दिखाई पड़ता है। इस लिये शहर वासी और किसान यही प्रार्थना करते है कि किसानों को उनकी मेहनत का फल मिलना चाहिए।
इस बारे में किसान सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि उन्हें टमाटर की फलस में बेहद फायदा हुआ है। वह चाहते है कि जो दाम उन्हें अब मिल रहे है वह सारा वर्ष मिलते रहे। उन्होंने कहा कि अब किसानों को पानी की आवश्यकता नहीं है। इस लिए अब बरसात नहीं होनी चाहिए। अगर बारिश होगी तो घास जो तैयार हुआ है वह खराब हो जाएगा और पशुओं को चारा नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब सभी किसान नवंबर और दिसंबर में फसल लगाने को तैयार है। जिसके लिए वह खेतों को भी साफ़ कर उसमें हल लगाने को तैयार है। उन्होंने कहा कि वह उम्मीद कर रहे है कि टमाटर की तरह अन्य फसलें भी उन्हें अच्छा मुनाफ़ा देगी।