प्रदेश में मानसून की बारिश ने पिछले तमाम रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। राज्य के आठ जिलों में बीते चार दिनों में सामान्य से कहीं अधिक बारिश दर्ज की गई है। 2 दिनों तक प्रदेश के 8 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया था। बेतहाशा बारिश ने प्रदेश में भयंकर तबाही मचाई है। प्रदेश के कई इलाकों में बादल फटने और बाढ़ की घटनाएं दर्ज की गई है, जिसमें प्रदेश को अब तक करोड़ों का नुकसान हो चुका है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक 14 जुलाई के बाद एक बार फिर से बारिश का दौर शुरू होगा।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि इस साल की बरसात में अब तक प्रदेश के 8 जिलों में पिछले सभी रिकॉर्ड टूटे हैं। सबसे ज्यादा बारिश किन्नौर, कुल्लू, सोलन, बिलासपुर जिले में सामान्य से 800 फीसदी ज्यादा हुई है। कुल मिलाकर आठ जिलों में पूरी बरसात में होने वाली 30 फीसदी बारिश 7 से 11 जुलाई चार दिन में ही हो गई है। नदियों का जलस्तर बढ़ गया और हालात बाढ़ वाले बने। फिलहाल 14 तारीख से एक बार फिर प्रदेश में मानसून रफ्तार पकड़ सकता है। 15 और 16 जुलाई को बारिश का येलो अलर्ट भी जारी किया गया है।