बरसात के मौसम में स्क्रब टाइफस बीमारी फैलने का खतरा हमेशा बना रहता है इसलिए स्वास्थ्य विभाग पहले से ही चौकन्ना हो गया है और सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में संदिग्ध मरीजों के लिए अलग से एक वार्ड भी स्थापित कर दिया गया है। अगर कोई भी संदिग्ध मरीज आता है तो उसको पृथक वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जाता है। सुखद बात यह है कि अभी तक जिला सोलन में कोई भी स्क्रब टायफस का मामला नहीं आया है ,
अधिक जानकारी देते हुए मेडिकल सुपरिटेंडेंट संदीप जैन में बताया कि स्वास्थ्य विभाग स्क्रब टायफस बीमारी को लेकर पूरी तरह से अलर्ट है उनके द्वारा जिला के लोगों को जागरूक किया जा रहा है और यह बताने का प्रयास किया जा रहा है कि जब ग्रामीण घास काटने के लिए जाते हैं तो वह पूरी तरह से अलर्ट रहे और हाथों और पैरों को पूरी तरह से ढक कर रखें ताकि स्क्रब टायफस से वह दूर रह सके उन्होंने बताया कि कुछ रोगी सोलन में आए थे जिन्हें देखकर ऐसा लगता था कि वह स्क्रब टायफस से प्रभावित है लेकिन जब उनके टेस्ट करवाए गए तो स्क्रब टाइफस नेगेटिव आया है.