शूलिनी यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट्स इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) ने एक सफल मेंटर-मेंटी प्रोग्राम और दो दिवसीय कार्यशाला की मेजबानी की, जो शनिवार को संपन्न हुई।
इस कार्यशाला को शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल की तरफ से समर्थित किया गया था। इस आयोजन में चार उत्तर-भारतीय संस्थानों की सक्रिय भागीदारी देखी गई।
पंजाब, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और मध्य प्रदेश के प्रशिक्षुओं के लिए आयोजित की गई कार्यशाला में शूलिनी यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. पी.के.खोसला की तरफ से विशेष संबोधन दिया गया और डॉ. चंदर मोहन ने इंट्रोडक्शन सेशन की शुरूआत की ।कार्यशाला के दौरान डिजाइन सोच, इनोवेशन और पेटेंटिंग, फाइलिंग प्रक्रिया पर कई सत्रों का आयोजन किया गया।
विशेषज्ञ वक्ताओं में डॉ. बृज भूषण शर्मा, डॉ. विनय सिंह नेगी, डॉ. अपार कौशिक शर्मा, डॉ. चंद्रेश ठाकुर, रुचिका शर्मा, सौरभ अग्रवाल, उमेश कुमार और अधिवक्ता हिमांशु शर्मा शामिल थे।
कार्यक्रम का समापन राउंड टेबल डिस्कशन सेशन और शूलिनी यूनिवर्सिटी के इंवेंटर्स की सफलता की कहानियों के साथ हुआ।
शूलिनी आईआईसी टीम, यूनिवर्सिटी प्रबंधन और सभी प्रतिभागियों को उनके समर्थन के लिए आभार व्यक्त करती है।