सरकार कुछ दे तो सकती नहीं लेकिन अब कर्मचारियों और पेंशनरों से छीनने में लगी है

The government cannot give anything but is now busy snatching it from employees and pensioners

कांग्रेस की सरकार में कर्मचारियों और पेंशनरों  की बेहद दुर्दशा हो रही है।  पेंशनरों और कर्मचारियों को पैसा देने के लिए सरकार के खजाने खाली है लेकिन मंत्रियों और अपने चेहतों को रेवड़ियों की तरह सुविधाएं बांटी जा रही है।  जो सरकार के दोहरे चरित्र को दर्शाती है।   यह तंज हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के पूर्व राज्य अध्यक्ष गोपाल दास वर्मा ने कसा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों और पेंशनरों को उम्मीद थी कि कांग्रेस सरकार आने पर उनकी मांगे पूरी होंगी लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्हें पूर्ण रूप से अनदेखा किया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के पूर्व राज्य अध्यक्ष गोपाल दास वर्मा ने चेतावनी देते हुए कहा कि कर्मचारियों पेंशनरों का एरियर डीए  जो बनता है वह स्वतंत्रता दिवस से पहले उन्हें चाहिए अगर सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तो वह अन्य प्रदेश में चल रही अन्य कर्मचारी यूनियनों के साथ मिल कर 16 अगस्त को  धरना प्रदर्शन और हड़ताल करेंगे।  उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों को एरियर तो दे नहीं पा रही बल्कि बिजली मुफ्त की जो सुविधा दी थी वह  भी हटा रही है।  जिस से साफ़ स्पष्ट है कि सरकार दे तो पा नहीं रही बल्कि जो दी हुई सुविधाएं थी उसे भी छीन रही है।  महिलाओं को 1500 देने की घोषणा सरकार ने की थी आज कल वह बंद है।  आत्म निर्भर बनाने की बात की थी वह बात घोषणाओं  में ही रह गई।