बरसाती मौसम में आज कल सोलन के अस्पतालों में रोगियों की लम्बी लम्बी कतारें लग रही है। जिनमें से अधिकतर रोगी डायरियां के है। जिसका सबसे बड़ा कारण है जागरूकता की कमी। ऐसे मौसम में काफी सावधानी रखने की आवश्यकता होती है लेकिन हम आज के मौसम में भी बाहर का खाना और चटपटी चीज़ें खाते है। यह आदत बीमारियों को न्योता देती है। जिसकी वजह से डायरिया अधिक फैलता है। यह कहना है सोलन क्षेत्रीय अस्पताल के चिकित्स्क कमल अटवाल और बच्चों के चिकित्सक जेपी बिष्ट का। उन्होंने कहा कि केवल सावधानी से ही डायरिया से बचा जा सकता है।
क्षेत्रीय अस्पताल के चिकित्सक कमल अटवाल और बच्चों के चिकित्सक जेपी बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि बरसाती समय में पानी काफी दूषित हो जाता है। इसी दूषित पानी से बने बाज़ारों में गोलगप्पे और चटपटी चीज़ें जब शहर वासी खाते हैं तो वह बीमार पड़ जाते है। इस लिए हमें इस मौसम में बाहर खाना खाने से टलना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस मौसम में विशेष तौर पर बच्चों को काफी ख्याल रखना पड़ता है। बच्चों को हाथ धो कर केवल उबला हुआ पानी ही देना चाहिए। वहीँ अगर किसी को डायरिया हो जाए तो घर में नमक चीनी का घोल अवश्य देना चाहिए।