गुठलीदार फलो के बाद राजगढ़ के बागवानो ने किया सेब उत्पादन की और अपना रुख ।

After stone fruits, the gardeners of Rajgarh changed their direction towards apple production.

गुठलीदार फलो के उत्पादन में देश भर मे अव्वल रहने के बाद अब राजगढ़ क्षेत्र त्र के बागवानो ने सेब उत्पादन की और कदम बढ़ाने आरंभ कर दिये है । यहाँ अभी शिमला जिले में सबसे अधिख सेब का उत्पादन होता है । और अब सिरमौर जिले के राजगढ़ क्षेत्र के बागवानो ने भी पिछले लगभग तीन चार सालो से सेब उत्पादन करना आरंभ कर दिया है । यहाँ कुछ क्षेत्र को छोड़कर समुचे राजगढ़ क्षेत्र की जलवायु सेब उत्पादन के लिए अनुकुल है और बागवान इसका लाभ भी उठा रहे । आने वाले समय मे राजगढ़ क्षेत्र सेब उत्पादन में अव्वल होने वाला है । क्योंकि यहा लगभग तीन चार साल पहले काफी अधिक संख्या मे बागवानो ने सेब के पौधे लगाने आरंभ किये थे । और अब उसके परिणाम सामने आने लगे है । इस बारे हमारे संवाददाता ने राजगढ़ के पजेरली क्षेत्र में जाकर बागवानो से बातचीत की जिसमे फागू (पजेरली) के प्रगतिशील बागवान रविदत शर्मा ने बताया कि उन्होंने लगभग तीन चार साल पहले सेब उत्पादन की और ध्यान दिया और विभिन्न किस्मो के जिसमें टी रेक्स गाला ,फैन प्लस गाला ,डारक बेरन गाला शामिल है । उनका कहना है कि उन्होने कुछ पोधे आयात किये और कुछ यही तैयार किये । और आज लगभग पांच बीघा भूमि पर लगभग सात सौ पोधो सेब का बगीचा तैयार हो गया इस बगीचे को उन्होंने पूरी तरह से आधुनिक तकनीक से तैयार किया है । इस बगीचे को तैयार करने मे लगभग सात लाख रुपये खर्च आया । रविदत शर्मा के अनुसार पिछले साल इस बगीचे ने उन्हे पहली दी। जिसमे लगभग दो सो छोटी पेटी निकली । जो उन्होने जयपूर मंडी भेजी जहाँ उनका सेब 224 रुपये प्रतिकिलो बिका और पहली ही फसल ने उनकी उत्पादन लागत पूरी कर दी । इस बार रविदत शर्मा के बगीचे में सेब की बंपर फसल है । और उन्हे आशा है कि इस बार उन्हे लगभग एक हजार छोटी पेटी सेब प्राप्त होगा । रविदत शर्मा की सफलता यहाँ के अन्य बागवानो के लिए प्रेरणास्त्रोत साबित होगी ।