पांवटा साहिब : चौथे दिन ड्रोन से टापू पर पहुंचाई गई दवाएं, फंसे हैं पांच मजदूर

उपमंडल के राजबन के समीप गिरी नदी में एक टापू (Island) पर फंसे पांच मजदूरों को मंगलवार सुबह ड्रोन (Drone) की मदद से दवाएं पहुंचाई गई। ड्रोन का प्रयोग सफल रहा है।

मंगलवार सुबह प्रशासन ने मजदूरों को रेस्क्यू करने का ऑपरेशन पुनः शुरू किया। अंतिम समाचार तक सफलता नहीं मिली थी। नदी के आर से टापू तक करीब 300 मीटर दूरी होने के कारण एनडीआरएफ (NDRF) की कोशिश भी सफल नहीं हो पाई थी। उपायुक्त सुमित खिमटा ने कहा था कि यदि रेस्क्यू सफल नहीं होता है तो हेलीकॉप्टर (Helicopter) की मदद ली जा सकती है

एयरलिफ्ट की संभावनाओं को भी तलाशा जा रहा है। बता दें कि ये मजदूर शनिवार से टापू पर फंसे हुए हैं।  चारों तरफ नदी का तेज जल बहाव है। मंगलवार सुबह भी जलस्तर में कमी न आने के कारण नदी में दाखिल होना संभव नहीं था। देहरादून से राफ्ट का इंतजाम भी किया जा रहा है।

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उल्लेखनीय है कि सुबह ही प्रशासन मौके पर पहुंच गया था। बताया जा रहा है कि टापू पर फंसे मजदूरों का राशन आज खत्म हो सकता है। चूंकि ड्रोन का प्रयोग सफल हो गया है, लिहाजा प्रशासन सैद्धांतिक तौर पर इस बात को तैयार है कि अगर राशन की कमी होती है तो उसे भी ड्रोन के माध्यम से टापू पर फंसे लोगों तक पहुंचाया जा सकता है।

पांवटा साहिब के डीएसपी मानविंदर ठाकुर ने कहा कि मजदूरों को रेस्क्यू करने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। एयरलिफ्ट करने पर भी विचार किया जा रहा है।