शूलिनी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी अब इंग्लैण्ड में भी शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे। जिसको लेकर आज शूलिनी विश्वविद्यालय औ रॉयल होलोवे विश्वविद्यालय यूनिवर्सिटी लंदन के बीच में एमओयू हुआ है। रॉयल होलोवे यूनिवर्सिटी लंदन के प्रतिनिधि भी आज सोलन पहुंचे हुए थे। उन्होंने शूलिनी विश्वविद्यालय को जाना और कहा कि वह भारत में ऐसा विश्वविद्यालय खोज रहे थे जो शिक्षा के क्षेत्र एम् अग्रणी हो कर काम कर रहा हो। जिसको लेकर उन्होंने कई महीनों तक खोज की और पाया कि शूलिनी विश्वविद्यालय जैव प्रौद्योगिकी पर बेहतर कार्य कर रहा है। इस लिए उन्होंने शूलिनी विश्वविद्यालय को उपयुक्त पाया और एमओयू भी किया।
वहीँ इस मौके पर शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति पिके खोसला और निदेशक आशीष खोसला ने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि लंदन के रॉयल होलोवे विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय से उनका आज करार हुआ है। जिसमें अब विद्यार्थी दो वर्षों के लिए उनके विश्वविद्यालय में पड़ेंगे और दो वर्ष लंदन में भी पढ़ पाएंगे। यहाँ तक कि उन्हें भारत और लंदन दो डिग्रियों से नवाजा जाएगा। यही नहीं जो छात्र लंदन पढ़ने जाएंगे उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा दो वर्ष का वर्किंग वीज़ा भी दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल के छात्रों के लिए यह एक बड़ा मौका है कि वह अगर उपलब्धियों की ऊंचाइयों को छूना चाहते है तो वह शूलिनी विश्ववद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर अपने सपनों को पूरा कर सकते है।