सोलन की उभरती हुई कवित्री आरती रत्रा की बुक नेशनल बुक रिकॉर्ड के लिए चयनित हुई । इस बुक की लॉन्चिग कुछ दिन पहले ही सोहाना में हुई थी। गौरतलब है कि इस मौके पर करीबन 51 कवियों ने एक साथ अपनी बुक को लॉन्च किया था। लेकिन हिमाचल से एक मात्र आरती रत्रा ने इस कार्यक्रम में भाग लिया था। उनकी इस उपलब्धि पर सोलन वासियों में काफी ख़ुशी देखी जा रही है। कवित्री आरती रत्रा ने बताया कि उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों में कविताएं लिखनी आरम्भ की थी बीच में उन्होंने अपने भाई को भी खोया लेकिन उन्होंने अपने जीवन में हार नहीं मानी।
ख़ुशी जाहिर करते हुए कवित्री आरती रत्रा ने बताया कि उनकी बुक गुज़रे लम्हों में करीबन 70 कविताएं है। जो उन्होंने करीबन एक वर्ष में लिखी है। उन्होंने बताया कि उनकी कवितायेँ महिलाओं के संघर्ष को दर्शाती है। उन्होंने यह बुक अपनी माता के संघर्षों से प्रभावित हो कर लिखी है जो महिलाऐं अपने जीवन में महसूस करती है और उनके जीवन में जो उतार चढ़ाव आते है उनको आधार मान कर उन पहलुओं को छूने का प्रयास उनके द्वारा इस बुक में किया गया है। उन्होंने बताया कि उनकी बुक को नेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल कर लिया गया है जिसको लेकर वह बेहद खुश है।