इससे पहले पांच राज्यों में स्थापित दस सेंटरों के माध्यम से नव गुरुकुल डॉट काम 830 लड़कियों को बीसीए की डिग्री के साथ नामी कंपनियों में जॉब दे चुका है। यहां नव गुरुकुल डॉट काम के प्रवक्ता ने बताया कि तीन साल का को कोर्स सफलता से पूरा करने के बाद छात्रा को डिग्री दी जाती है। इसके साथ संस्था की ओर से उन्हें नामी कंपनियों में जॉब भी आफर किया जाता है। उन्होंने बताया कि अब तक देश की बड़ी कंपनियों में उनके यहां से डिग्री प्राप्त करने वाली छात्राएं एक से तीन लाख तक के पैकेज पर नौकरी पर लगी हैं। उन्होंने बताया कि संस्थ इस कोर्स को विभिन्न कंपनियों से मिलने वाले सीएसआर फंड के माध्यम ये चलाती है। हिमाचल में यह सिरमौर के बद्रीकाश्रम से मिलने वाले आर्थिक सहयोग के आधार पर चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हिमाचल की मूल निवासी और पिता की आय नौ लाख रुपये से कम का प्रमाणपत्र देने वाली छात्राओं को शुरूआती खर्च के अलावा तीन वर्ष तक कोई फीस इस प्रोग्राम में नहीं ली जाती।