दिन में हुई मॉक ड्रिल रात को सच में आ गया, 5.3 , तीव्रता का भूकंप…
हिमाचल प्रदेश में बीते वीरवार को 1905 में आए कांगड़ा भूकंप को लेकर मॉक ड्रिल की गई , लेकिन रात को सच में ही 5.3 का भूकंप आ गया. जिसका केंद्र चंबा रहा लोग डर के मारे घरों से निकला है. हालांकि भूकंप से किसी बड़े जानवर का नुकसान नहीं हुआ है.
मंडी
पधर उपमंडल प्रशासन द्वारा मिनी सचिवालय पधर में वीरवार को मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया l मॉक ड्रिल का सायरन बजते ही मिनी सचिवालय के विभिन्न विभागों के कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई ।जिन लोगों को मॉक ड्रिल के बारे में जानकारी नहीं थी वह एकदम हड़बड़ा गए ।सायरन के माध्यम से काल्पनिक भूकंप की सूचना दी गई जिस पर स्थानीय प्रशासन की ओर से प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए गठित विभिन्न विभागों के राहत दल सूचना मिलते ही तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्यों में जुट गए ।
मिनी सचिवालय के भवन में 10 लोगों के फंसे होने की सूचना मिली उन्हें अग्निशमन विभाग के जवानों के द्वारा बाहर निकाला गया l घायलों को अस्थाई शिवर में प्राथमिक उपचार दिया गया और जिन लोगों को गंभीर चोटे आई थी उन्हे अस्पताल भेजा गया । प्राकृतिक आपदा भूकंप में किसी की जान-माल का नुकसान नहीं हुआ l बचाव दल टीम के द्वारा पुरे मिनी सचिवालय भवन का निरीक्षण किया गया भवन में कोई व्यक्ति उपस्थित नहीं पाया गया इसी के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन समाप्त कर दिया गया l
इस अवसर पर एसडीएम पधर सुरजीत सिंह ने कहा उप मंडलीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से आयोजित इस मॉक ड्रिल में भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा की स्थितियों में बचाव और राहत के संबंध में उठाए जाने वाले विभिन्न कदमों की जानकारी प्रदान की गई ।ताकि लोग भूकंप व अन्य प्राकृतिक आपदा के प्रति जागरूक हो सके और ऐसी घटनाओं के दौरान होने वाले जान माल के नुकसान को काम किया जा सके ।