लोक गायक प्रेमचंद बाऊनली की पारम्परिक नाटियों पर जमकर झूमे दर्शक
विदेशों में भी सिरमौरी लोक संस्कृति की छाप छोड़ चुके हैं बाऊनल के लोक कलाकार
सिरमौर:+संगड़ाह, हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी द्वारा होली के पावन अवसर उपमंडल संगड़ाह के गांव बाऊनल में होली के अवसर पर सिरमौरी नाटी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक दल बाऊनल के अध्यक्ष एवं आकाशवाणी गायक प्रेमचंद बाऊनली द्वारा प्रस्तुत पारम्परिक सिरमौरी लोक गाथाओं तथा तूला राम, हरिचंद, नेहा व रूबीना आदि नाटियों की दर्शकों ने जमकर सराहना की। नाटी के अलावा लोक कलाकारों ने पारम्परिक सिरमौरी रासा लोक नृत्य से भी दर्शकों का मनोरंजन किया। होली नाटी कार्यक्रम को देखने के लिए आसपास के गांव से भी लोग यहां पंहुचे। प्रेम चंद बाऊनली ने बताया कि, उनका हिमाचल के सबसे पुराने दलों में शामिल हैं और विदेशों में भी वह सिरमौर लोक संस्कृति की छाप छोड़ चुके हैं। पिछले करीब 5 दशक से विशुद्ध सिरमौरी लोक संस्कृति व गीतों के संरक्षण के लिए वह लगातार प्रयास कर रहे हैं।