भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा जिला ऊना के लता मंगेशकर कला केंद्र समूर कलां में तीन दिवसीय राज्य स्तरीय हिमाचल उत्सव कार्यक्रम का आज समापन हो गया। जिसमें राज्य स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया प्रथम दिन हिमाचल प्रदेश के 10 जिलों के प्रतिभागीयो के दलों ने भाग लिया, दूसरे दिन,
आज अंतिम दिन कार्यक्रम का आगाज सरस्वती बंदना एबं दीप प्रजनन कर जिला भाषा अधिकारी नीलम चंदेल द्वारा किया गया प्रतिभागियो द्वारा अपने अपने जिलों की सुंदर बेशभूषा में अपनी संस्कृति की प्रस्तुति दी ।
इस मौके पर कार्यक्रम में पहुचे बतौर मुख्यातिथि
संयुक्त निदेशक मंजीत शर्मा ने कहा कि
हमारी समृद्ध संस्कृति को संजोये रखने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। यह केवल कलाकारों का ही उत्तरदायित्व नहीं है। उन्होंने कहा कि भाषा एवं संस्कृति विभाग प्रदेश की लोक संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में निरन्तर प्रयासरत है।
इसके साथ ही सभी को संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिये कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आधुनिक समय में लोक संस्कृति का कलाकारों द्वारा विभिन्न स्तरों पर प्रस्तुति के माध्यम से व्याख्यान किया जा रहा है।उंन्होने कहा की इसी कड़ी में हम लोग विभिन्न संसाधनों का प्रयोग कर इसका बेहतर प्रचार-प्रसार कर सकते हैं ताकि दुनिया के हर कोने में हमारी समृद्ध संस्कृति को पहचान मिले।
अंत में जिला भाषा अधिकारी नीलम चंदेल ने सभी का आभार ब्यक्त करते हुए कहा की बिभाग का सदैव प्रयास रहता है की लोक संस्कृति का सरक्षण किया ।उंन्होने जनकरी देते हुए कहा कि जो लोक संगीत
प्रतियोगिता के विजेत प्रतिभागी हैं उनको 31000 की राशि उनके अकाउंट में डाल दी जाएगी और समिति चिन्ह प्रदान किया जाएगा।उंन्होने कहा कि इसमें कुल 10 जिलों के कलाकारो ने भाग लिया और इस कार्यक्रम में 100 से ज्यादा प्रतिभागी ने हिसा लिया।