_इलाज करवाने के लिए क्षेत्रीय अस्पताल में दर-दर भटक रहे मरीज
प्रदेश भर में जहां डॉक्टर्स एसोसिएशन अपनी मांगों को लेकर ढाई घंटे की स्ट्राइक कर रही है तो वही इसका खामियाजा अस्पताल में आए मरीजों को भुगतना पड़ रहा है दर दर की ठोकरे खाने के लिए मरीज मजबूर हो चुके हैं जहां आपातकालीन सेवाएं तो डॉक्टर दे रहे हैं परंतु सुबह-सुबह ओपीडी में इतनी भीड़ हो जाती है कि एक डॉक्टर इमरजेंसी में कितने पेशेंट को देखें। जहां सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में आसपास के लगते क्षेत्रों से लोग अपना इलाज करवाने आते हैं तो वही शिमला और सिरमौर से भी मरीज क्षेत्रीय अस्पताल ही पहुंचते हैं परंतु डॉक्टर ना मिलने के चलते उन्हें खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है ।आज भी अस्पताल में आए मरीज खासे परेशान होते रहे,, परंतु प्रदेश सरकार और डॉक्टर्स अपनी जिद पर अड़े है, ना ही डॉक्टर अपनी स्ट्राइक खत्म कर रहे हैं और ना ही सरकार उनकी बात मान रही,,
अस्पताल में आए मरीजों से बात की तो अनिल का कहना है कि वाह अश्वनी खड़ इलाज करवाने अस्पताल आया था परंतु तीन ओपीडी में उसे भेजा गया तीनों ओपीडी ही बंद है ,, डॉक्टर तो अपनी मांगों को लेकर स्ट्राइक कर रहे हैं परंतु हम कहां जाएं और इमरजेंसी में सिर्फ एक डॉक्टर बैठा रहता है वह कितने लोगों को दिखेगा अगर कोई इमरजेंसी केस आ जाता है तो कैसे उसे अस्पताल में उपचार मिलेगा इस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही डॉक्टर तो अपनी मांगों को लेकर स्ट्राइक कर रहे हैं परंतु परेशानी हमें हो रही है इसमें प्रदेश सरकार क्यों मोन बैठी है ,, अगर अस्पतालों में अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवा सकते हैं तो इन पर ताला लगवा दें ताकि मरीज जहां जाकर इस तरह परेशान ना हो