चंबा जिला के मिड डे मील वर्कर ने सीटू के बैनर तले जिला मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया

इस मौके पर उन्होंने केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, फीमेल कर्मी के साथ-साथ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और अन्य विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने इस धरना प्रदर्शन में भाग लिया उन्होंने कहा है कि केंद्र और प्रदेश सरकार कर्मचारी और आम आजमानस की बात को नहीं सुन रही है जिससे लोगों में रोज रोष पनप रहा है, उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की मजदूर कर्मचारी व आम जनता विरोध नीतियों के खिलाफ वह इस धरना प्रदर्शन में शामिल हुए हैं,,

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मिड डे मील और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा की अच्छे दिनों का वादा करके सत्ता में आई मोदी सरकार एक बार दो में मजदूर कर्मचारी किसान व आम जनता विरोधी कदम उठाए है, उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने आंगनवाड़ी मिड डे मील आशा सहित 70 योजनाओं को बंद करने की पहल ही पहले ही घोषणा कर दी है, उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी मिड डे मील आशा आदि स्कीम वर्कर्स को रेगुलर करो वह ग्रेच्युटी की सुविधा दो उन्होंने कहा है कि जिस तरह से हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियों के साथ पहले व्यवहार किया जा रहा है वह दूसरे प्रदेशों में नहीं है हिमाचल प्रदेश की तुलना में अन्य प्रदेशों में उनका वेतन भी कई गुना अधिक है, उन्होंने कहा है कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो आने वाले समय में यह धरना प्रदर्शन उग्र रूप धारण करेगा। वहीं दूसरी और आंगनबाड़ी की जिला अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार ने आंगनबाड़ी केदो में सुपरवाइजर की आयु सीमा 35 वर्ष कर दी है उसके बाद वह है उन्हें प्रमोशन नहीं मिलेगी, उन्होंने कहा की आयु सीमा निर्धारित न होने के चलते मिड डे मिल भी पदोन्नति हो सकते थे लेकिन सरकार के इस निर्णय से वह काफी निराश है, उन्होंने कहा है कि जो मिड डे मील वर्कर सेवानिवृत हो चुके हैं उनके लिए हमने कोर्ट में कैस जीता है, उसके लिए जो ग्रेच्युटी का लाभ मिलना था वह सरकार नहीं दे रही है पिछले 2 सालों से सरकार को इसके बारे में कोर्ट द्वारा आदेश दिए गए हैं लेकिन उन देशों की अभेलना की जा रही है,