सीटू और एटक ने भी  केंद्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी,किसान आंदोलन का किया समर्थन,रैली निकाल जताया रोश

सीटू और एटक में भी आज से केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और पूरे देश भर में आज केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी जारी है हिमाचल प्रदेश एटक के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश चंद्र भारद्वाज का कहना है कि केंद्र सरकार अच्छे दिनों का वादा कर सत्ता में आई और अब पूंजी पतियों को छोड़कर समाज के सभी वर्गों मजदूर कर्मचारी किसान ट्रांसपोर्टर सभी का शोषण पर रही है ,,उनका कहना है कि आज पूरे देश भर में केंद्र सरकार के खिलाफ हड़ताल हो रही है, ट्रेड यूनियन के संयुक्त मंच का मानना है कि अब केंद्र सरकार पूरी तरह खड़ी हो गई और आर्थिक संसाधनों को आम जनता से छीनकर अमीरों के हवाले करने के रास्ते पर आगे बढ़ रही है व्यापार को आसान करने की आड़ में 40 श्रम कानून को खत्म कर चार मजदूर विरोधी लेबर कोर्ट बनाकर पूंजीपतियों उद्योगपतियों व कॉर्पोरेट करने को फायदा पहुंचा रही है,
उनका कहना है की हमारी मुख्य मांगे है की मज़दूरों के लिए 12 घण्टे की इयूटी सिकस टर्म वाली टास्क और आउटसोर्स रोजगार नीति लागू कर दी है जिससे सामाजिक सुरक्षा भी खत्म हो गई है। नवरत्न लाभकारी उ‌द्योगों को बेचा जा रहा है। सरकार इंडिया ओन सेल, बंधुआ मज़दूरी और गुलामी की थ्युरी लागू कर रही हमारी मांग है कि बढ़ती महंगाई, बेरोज़गारी, साम्प्रदायिकता का उन्माद बंद करो। 4 लेबर कोड रद्द करो। है। देश में 26,000/- न्यूनतम वेतन, 15,000/- पेंशन, कार्यस्थलों पर सुरक्षा, ESI द्वारा इलाज व सभी संस्थानों, कारखानों में भविष्य निधि स्कीम लागू करो। ठेके पर रखे गए सभी मजदूरों, कर्मचारियों को स्थाई घोषित करो। समान काम के लिए समान वेतन लागू करो। मिड डे सहित सभी स्कीम वर्कर्स को सरकारी कर्मचारी घोषित करो। किसानों को MSP की गारंटी लागू करो। पेट्रोलियम उत्पादों, रसोई गैसों पर लगाए गए केंद्रीय उत्पाद शुल्क को खत्म करो। नए मोटर व्हीकल एक्ट को खत्म करो।