प्रगतिशील किसान भोपाल सिंह को 51 सौ की नकद राशि के साथ सोलन में किया गया सम्मानित

हिमाचल का किसान प्रदेश की आर्थिकी को चलाता है। वह अपने बलबूते पर बेहतरीन कार्य कर रहा है।  प्रदेश की अर्थव्यवस्था कृषि पर ही टिकी है। प्रदेश में विकास की नींव रखने में किसान और बागवान अहम भूमिका निभा रहे है।  ऐसे ही कुछ किसान जो प्रगतिशील है और कृषि के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रहे है उन्हें केंद्र सरकार ने चुना था और उन्हें  छब्बीस जनवरी को दिल्ली के कार्यक्रम में विशेष तौर पर आमंत्रित किया था।  उन प्रगतिशील किसानों में से एक किसान भोपाल सिंह वर्मा को आज सोलन में  साईं एकवा मशीन एन्ड बिल्डर बायपास पर आमंत्रित किया गया ,जिन्हें  संस्था के एमडी कार्तिक शर्मा द्वारा सम्मानित किया गया और नकद राशि के साथ पुरस्कृत भी किया गया।  ताकि वह कृषि के क्षेत्र में और अधिक प्रोत्साहित हो और वह दोगुनी ताकत के साथ कृषि के क्षेत्र में कार्य करें और अन्य किसानों को लिए भी प्रेरणा स्त्रोत बने।
वहीँ किसान भोपाल सिंह वर्मा ने कहा कि  आज वह बेहद खुश है क्योंकि उन्हें  साईं एकवा मशीन एन्ड बिल्डर सोलन  द्वारा सम्मानित किया गया है।  आम तौर पर देखा गया है कि कार्यक्रमों पर बड़ी बड़ी हस्तियों को बुला कर सम्मानित किया जाता है और किसानों की उपलब्धियों को सराहना नहीं मिलती लेकिन आज पहली बार साईं एकवा मशीन एन्ड बिल्डर सोलन  द्वारा  उन्हें बतौर किसान सम्मानित किया गया है जो बेहद हर्ष का विषय है।  उन्होंने कहा की अगर किसानों को इसी तरह से तरहीज मिलती रही तो किसानों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
कार्तिक शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के किसान बेहतरीन कार्य कर रहेहै उनके कार्य को केंद्र सरकार ने भी सराहा।  उन्हें आमंत्रित कर उनसे महवत्पूर्ण जानकारियां भी हासिल की उनके अनुभव को जन जन तक पहुंचाया जाएगा।.इस लिए उनके संस्थान  साईं एकवा मशीन एन्ड बिल्डर सोलन  द्वारा आज प्रगतिशील किसान भोपाल सिंह वर्मा को  सम्मानित किया गया  है।  उन्हें 51 सौ रूपये की राशि प्रदान की गई ।  यह सम्मान इस लिए दिया जा रहा है क्योंकि उनके द्वारा कृषि के क्षेत्र में बेहद सराहनीय कार्य किया गया।  वह दूसरे किसानों के लिए मार्गदर्शक का कार्य कर रहे है।  इन प्रगतिशील  किसानों से अन्य किसानों को भी सीख लेनी चाहिए। क्योंकि अगर यह किसान कृषि के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर सकते है तो  अन्य  किसान भी  बेहतर कार्य कर प्रदेश की आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए अपना योगदान दे सकते है।