एम्स बिलासपुर में 12हजार वेतन लेने के प्रति 40 हजार रूपए रिश्वत लेने का मामला आया सामने एम्स बिलासपुर में सफाई कर्मी की नौकरी लगवाने के नाम पर 70 लोग हुए ठगी का शिकार हुए लोगों ने एसपी बिलासपुर को ज्ञापन सौम्प कर की जाँच की मांग इस संदर्भ में मामले ए एसपी बिलासपुर शिव चौधरी ने की पुष्टि l

एम्स बिलासपुर की साथ लगती ग्राम पंचायतों के जन प्रतिनिधियों ने एक निजी आउटसोर्स कंपनी के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है।
पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि इस निजी आउटसोर्स कंपनी द्धारा सफाई कर्मचारी की नियुक्ति की ऐवज में भारी भरकम राशि वसूल की जा रही है। जिसके तहत लगभग 70 बेरोजगार ठगी के शिकार हुए है। इस बात के उनके पास पुख्ता प्रमाण है। उन्होंने एम्स प्रशासन एवं पुलिस से इस मामले की गंभीरता से जांच करने की मांग की है। यहां पर सोमवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए ग्राम पंचायत राजपुरा के उप प्रधान सतदेव शर्मा, कोठीपुरा के पूर्व प्रधान नंद लाल ठाकुर , वर्तमान उप प्रधान कोठीपुरा जगदीश, प्रभावित कर्मचारी शगुन , लता देवी, अनिल कुमार , निशा व मनोरमा देवी ने कहा कि एम्स में कार्यरत एक निजी आउटसोर्स कंपनी द्धारा सफाई कर्मचारी की 12 हजार की नौकरी के लिए 40 हजार की राशि बतौर सिक्योरिटी राशि वसूल की जा रही है। जिसमें कई लोगों को 40 हजार की राशि देने के बावजूद भी नौकरी नहीं मिल पाई है। कई लोगों को इस नौकरी पाने के ब्याज पर पैसे उठाए हैं। पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि उन्होंने इस मुदद को एम्स प्रशासन से भी उठाया । लेकिन एम्स प्रशासन के अधिकारियों ने इसे पुलिस में शिकायत करने का बहाना बनाकर इस बात को टाल दिया है। उन्हांेेने इससे पहले इस मुददे पर एसपी विवेक चहल को ज्ञापन भी सौंपा। उन्होंने पुलिस प्रशासन से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। ताकि दोषियों को कडी सजा मिल सके lइस संदर्भ में मामले ए एसपी बिलासपुर शिव चौधरी ने पुष्टि की है l उन्होंने कहा पंचायत प्रतिनिधियों की अगुवाई में उनके पास एक प्रतिनिधिमंडल आज आया था l पुलिस ने इस गंभीर मामले की शिकायत पत्र के आधार पर छानबीन आरंभ कर दी है l