बुधवार दोपहर में जब प्रशासन का अमला प्रवेश शुक्ला का घर तोड़ने पहुंचा, तो उसके परिजन हाथ जोड़कर गुहार लगाते रहे। मां की हालत तो ऐसी थी कि रोते-रोते बेहोश हो गई।
प्रशासन ने तोड़ा घर
बुधवार दोपहर जिला प्रशासन की टीम प्रवेश शुक्ला का घर तोड़ने पहुंची। बुलडोजर की मदद से उसके घर को तोड़ दिया गया। इस दौरान लोगों की भीड़ वहां मौजूद थी।
बेहोश हो गई मां
बुलडोजर कार्रवाई के लिए जैसे ही प्रशासन का अमला प्रवेश शुक्ला के घर पर पहुंचा, परिजन अपना आक्रोश जताने लगे। आरोपी की मां कार्रवाई रोकने के लिए हाथ जोड़कर मिन्नतें करने लगीं। वह रोते-रोते बेहोश हो गईं।
परिजनों ने दी ये दलील
प्रवेश शुक्ला के परिजनों का कहना था कि ये घर उसके पिता और चाचा का है। प्रशासन को उन संपत्तियों पर कार्रवाई करनी चाहिए जो प्रवेश शुक्ला के नाम पर है।
लोग उठा रहे सवाल
घर तोड़ने की प्रशासन की कार्रवाई पर लोग सवाल उठा रहे हैं। लोगों का कहना है कि घर के बाहरी हिस्से को ही तोड़ा गया है। घर के मेन स्ट्रक्चर को वैसे ही छोड़ दिया गया है।
पीड़ित के घर पहुंचे कांग्रेस और बीजेपी के नेता
इस बीच बुधवार को पेशाब कांड के पीड़ित आदिवासी युवक के घर कांग्रेस के नेता कमलेश्वर पटेल पहुंचे। उन्होंने पीड़ित के परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया। बीजेपी विधायक केदार पटेल भी पीड़ित के घर पहुंचे।
गुरुवार को मिलेंगे सीएम शिवराज
एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान गुरुवार सुबह पेशाब कांड के पीड़ित आदिवासी युवक और उसके परिजनों से मुलाकात करेंगे। उन्होंने बुधवार शाम को ट्वीट कर बताया कि वे मुलाकात कर उन्हें न्याय का भरोसा देंगे।