आईजीआई एयरपोर्ट पर जिन यात्रियों का सामान छूट जाता था. उन्हें उनका सामान उनके पते पर भेजने के बहाने ठगी करने वाले दो जालसाजों को आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वह खुद को आईजीआई का कर्मचारी बता कर ठगी करते थे. अब तक दोनों ने चार लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है .उनकी पहचान बिजवासन निवासी आदित्य राज और राहुल सिंह सजवाण के तौर पर हुई है. दोनों सामान भेजने के चार्ज लगने के नाम पर पीड़ितों से पैसे मांगते थे.
डीसीपी एयरपोर्ट उषा रंगनानी ने बताया कि 28 जनवरी को टर्मिनल मैनेजर की एक शिकायत मिली थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि एक शख्स खुद को एयरपोर्ट का कर्मचारी बताकर उन लोगों से ठगी करता है. जिनका एयरपोर्ट पर सामान छूट जाता है. उन्हें सामान वापस करने की बात कहता और उनके घर के पते पर सामान भेजने की बात कह चार्ज लगने की बात कहता और वसूली करता था. अब तक वह चार यात्रियों से ऐसी धोखाधड़ी कर चुका है.
उनके शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. यूपीआई आईडी का पता किया गया, जिसमें पैसे भेजे गए थे. जिस नंबर से वह फोन करते थे. वह बंद जा रहा था. लेकिन आदित्य को तकनीकी निगरानी की मदद से पकड़ लिया गया. पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने दोस्त राहुल सिंह और सचिन के साथ मिलकर यह धोखाधड़ी का काम कर रहा था.
सचिन ने आदित्य को फर्जी आईडी पर सिम दिलाया था. उसी का यूपीआई में ये लोग इस्तेमाल करते थे. राहुल यात्रियों के मोबाइल नंबर की व्यवस्था करता था. राहुल गुरुग्राम में बीआईआरडी इंफॉर्मेशन सिस्टम कंपनी में काम करता है. यह कंपनी एयरपोर्ट पर यात्रियों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर संचालित करती है. राहुल ही उन यात्रियों का नंबर देता था. उसके बाद राहुल को भी गिरफ्तार कर लिया गया. आदित्य मानेसर में मारुति कंपनी में पहले नौकरी करता था. उसके खाते को फ्रिज कर दिया गया है.. फिलहाल पुलिस सचिन की तलाश में जुटी हुई है.