महाराष्ट्र: संजय राउत ने ईवीएम को लेकर बीजेपी, शिंदे गुट पर निशाना साधा

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के नतीजों पर जहां सियासत गर्म है. वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक बार फिर ईवीएम को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है. शिवसेना ठाकरे गुट के नेता सांसद संजय राउत ने आज एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है.

उन्होंने ईवीएम पर बीजेपी की कड़ी आलोचना की और आरोप लगाया कि बीजेपी के 4 डायरेक्टर ईवीएम कंपनी के डायरेक्टर बनकर बैठे हैं और ईवीएम का चमत्कार 2024 के चुनाव में दिखेगा. उत्तर प्रदेश और असम में बड़ी संख्या में ईवीएम मशीनें जब्त की गई हैं. इसी घटना को आधार बनाते हुए संजय राउत ने ये आरोप लगाए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से चंडीगढ़ में बीजेपी का मेयर बना है, उसे देखते हुए 2024 के चुनाव में भी ‘चंडीगढ़ पैटर्न’ का इस्तेमाल किया जाएगा.

मुंबई में संजय राउत ने कहा, ‘दो दिन पहले उत्तर प्रदेश के चंदावली में एक दुकान में 200 ईवीएम मशीनें मिलीं और उन्हें जब्त कर लिया गया. वह बीजेपी के पदाधिकारी हैं. असम में एक ट्रक में 300 से ज्यादा ईवीएम मशीनें मिलीं .वह ट्रक भी भारतीय जनता पार्टी के एक पदाधिकारी के नाम पर है.

जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, कई जगहों पर ईवीएम मशीनें जब्त की जा रही हैं. आखिर क्या है ये खेल? ईवीएम मशीनें बनाने वाली सरकारी कंपनी भारत इलेक्ट्रिकल लिमिटेड एक सरकारी उद्यम है. इसे बेहद गोपनीय तरीके से संचालित किया जाता है. अब तक कभी कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं हुआ.

वहां रक्षा विषय के तहत भी कई काम होते हैं लेकिन अब इस कंपनी में बीजेपी के 4 डायरेक्टर बिठा दिए गए हैं. ईवीएम मशीन के लिए जरूरी कोड भी वहीं बनता है. इनमें से ज्यादातर डायरेक्टर गुजरात से हैं. कैसे लड़ा जाएगा 2024 का चुनाव? ये उनकी तैयारी है.

दो पैटर्न और दो सूत्र हैं. एक मनसुख भाई फॉर्मूला है जिससे वे ईवीएम के निदेशक बने और दूसरा चंडीगढ़ फॉर्मूला है. संजय राउत ने आगे कहा, ‘इस देश में भारतीय जनता पार्टी प्रत्यक्ष चुनाव या लोकतंत्र के जरिए चुनाव नहीं जीत पाएगी. ईवीएम हट गई बीजेपी गई. ‘ईवीएम है तो मोदी है.’ जैसा कि आपने कल देखा होगा, इस देश में दो चीजें बहुत बुरी तरीके से हुईं जिसने देश के लोकतंत्र और परंपरा को कलंकित कर दिया. चंडीगढ़ मेयर चुनाव में आप और कांग्रेस के पास 20 का पूर्ण बहुमत था.

संजय राउत ने कहा,’बीजेपी के पास सिर्फ 14 पार्षद थे. वोट आप और कांग्रेस के पक्ष में होने के बावजूद पीठासीन अधिकारी की कुर्सी पर बैठे शख्स ने आप और कांग्रेस के 8 वोट अवैध कर दिए. यही फार्मूला राज्य में इस्तेमाल किया गया जिसमें राहुल नार्वेकर ने हमारे वोटों को अमान्य कर दिया.’ संजय राउत के भाई संदीप राउत और पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर से ईडी ने मंगलवार को 7 घंटे तक पूछताछ की. इस पर संजय राउत ने कहा, ‘वे हम पर बहुत दबाव डाल रहे हैं. हम यह करेंगे, हम वह करेंगे लेकिन आप जैसा चाहते हैं, हम पलटू राम नहीं बनेंगे.’