राजधानी दिल्ली के बावाना इलाके में शुक्रवार दोपहर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े बदमाशों ने एक कारोबारी की पहले उसके बेटे के सामने पीटा. इसके बाद को मारपीट करने के बाद अपनी कार में बैठाया और 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी. फिरौती नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी. इसके बाद व्यापारी बेहद डर गया. क्योंकि वारदात को अंजाम देने वाले कोई साधारण बदमाश नहीं बल्कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हुए प्रियव्रत काला गिरोह का सदस्य हैं.
इस मामले में बदमाश प्रियवत काला जेल में बंद है, लेकिन उसकी गिरोह के सदस्यों ने इस वारदात को अंजाम दिया है. दरअसल 36 वर्षीय व्यापारी अपने परिवार के साथ बवाना इलाके में रहता है. पीड़ित प्रॉपर्टी का काम करता है और वारदात वाले दिन वह अपने छोटे बेटे के साथ किसी काम से घर से बाहर निकाला था, तभी दो युवक राहुल और सनी वहां पहुंचे और उन्होंने पीड़ित के सर पर पिस्टल लगा दी. फिर छोटे बेटे के सामने ही उसकी पिटाई करनी शुरू कर दी. इसके बाद बदमाशों ने जबरन पीड़ित को अपनी कार में बिठा लिया और बवाना नहर की तरफ लेकर निकल गए. इस दौरान बदमाशों ने पीड़ित को धमकी भी दी कि अगर वह रंगदारी के 50 लाख रुपए नहीं देंगे तो उसके परिवार के सदस्यों को मौत के घाट उतार दिया जाएगा.
वारदात के वक्त आरोपियों ने 27 जनवरी को 50 लख रुपए देने की बात कही थी. वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी पीड़ित को सुनसान जगह पर एक मंदिर के पास उतार कर फरार हो गए. पीड़ित के बड़े बेटे ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस मौके पर पहुंची और घायल हालत में व्यापारी को अस्पताल में भर्ती कराया. इसके बाद व्यापारी ने पूरा वाकया पुलिस को बताया. पुलिस ने घटनास्थल और जिस रूट पर बदमाश व्यापारी को लेकर गए थे वहां का सीसीटीवी चेक किया जिसके आधार पर पुलिस को कार का नंबर मिला और इसी कार के नंबर के आधार पर पुलिस ने ऋषभ डबास नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
ऋषभ के पिता दिल्ली के मुख्य राजनीतिक पार्टी से जुड़े हुए हैं और अहम पद पर भी तैनात है .राजनीतिक रसूक रखते हैं लेकिन बेटे की ऐसी करतूत में उसे जेल की सलाखों के पीछे भिजवा दिया. ऋषभ डबास और इसके अन्य दो साथी लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हुए प्रियव्रत कला के लिए काम करते हैं प्रियाव्रत कला फिलहाल जेल में बंद है.पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और दो लोगों की तलाश अभी भी जारी है.