केरागोडु गांव में हनुमान ध्वज हटाने को लेकर हुआ विवाद सोमवार को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन में बदल गया. हनुमान ध्वज हटाए जाने के विरोध में बीजेपी ने राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया. इसी पृष्ठभूमि में बीजेपी ने आज सुबह मांड्या जिले के केरागोडु गांव से एक विशाल पदयात्रा शुरू की. सुबह गांव के आंजनेय स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की गई और पदयात्रा शुरू की गई.
यह पदयात्रा हुलिवाना, सातनूर, चिक्कमंड्या होते हुए मांड्या के श्री कालिकांबा मंदिर तक जाएगी. बाद में पदयात्रा कालीकंभ मंदिर से डीसी कार्यालय तक जारी रहेगी. जेडीएस नेता भी बीजेपी के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और मार्च में हिस्सा लिया. इस बीच, जद (एस) और भाजपा के राज्य नेता भी पदयात्रा में शामिल होंगे. पूर्व सीएम कुमारस्वामी, पूर्व मंत्री सीटी रवि और विधायक जनार्दन रेड्डी भाग लेंगे.
हिंदू कार्यकर्ता करीब 14 किमी पैदल मार्च कर डीसी ऑफिस का घेराव करेंगे और हनुमान ध्वज की बहाली की मांग करेंगे. पदयात्रा में जेडीएस-बीजेपी कार्यकर्ताओं समेत एक हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए. इसमें पूर्व मंत्री केसी नारायण गौड़ा, सीएस पुट्टाराजू, पूर्व विधायक प्रीतम गौड़ा, सुरेश गौड़ा, डीसी तम्मन्ना और कई अन्य लोग भी थे.
पदयात्रा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस ने कड़ी सावधानी बरती. डीसी कार्यालय के पास कड़ी सुरक्षा तैनात की गई. मांड्या एसपी एन यतीश के नेतृत्व में बंदोबस्त किया गया. एसपी, एएसपी और इंस्पेक्टर समेत 400 से ज्यादा पुलिस तैनात की गई.
बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन: बीजेपी की ओर से राज्य के सभी जिला केंद्रों पर विरोध प्रदर्शन किया गया. इसी के तहत शहर के मैसूर बैंक सर्कल में भी विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
बीजेपी ने मैसूर बैंक सर्कल में विरोध प्रदर्शन की तैयारी की थी. लेकिन पुलिस ने मैसूर बैंक सर्कल में विरोध प्रदर्शन की अनुमति देने के बजाय, भाजपा बेंगलुरु उत्तर जिला अध्यक्ष एस हरीश और दक्षिण जिला अध्यक्ष सीके राममूर्ति को फ्रीडम पार्क में विरोध प्रदर्शन की अनुमति लेने के लिए नोटिस जारी किया.
पुलिस ने मैसूर बैंक सर्कल में उस स्थान पर नोटिस जारी किया जहां वे विरोध प्रदर्शन करना चाहते थे और उन्हें जगह छोड़ने का निर्देश दिया. इससे असहमति जताते हुए बीजेपी नेताओं ने कहा कि फ्रीडम पार्क में एक और धरना चल रहा है और वहां जगह नहीं है. पुलिस के नोटिस के बावजूद उन्होंने मैसूर बैंक सर्कल पर विरोध प्रदर्शन किया. लेकिन जैसे ही बीजेपी नेता और कार्यकर्ता विरोध करने लगे पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.
सीएम बोले-किसी जाति विशेष के खिलाफ नहीं हैं : घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम सिद्दारमैया ने कहा, ‘हम किसी विशेष जाति, धर्म, समुदाय के खिलाफ नहीं हैं, हमारा रुख संविधान समर्थक है. जानकार कन्नड़ लोगों को शांति और संयम के जरिए सांप्रदायिक लोगों की साजिश को विफल करना चाहिए.’
सीएम ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, ‘मांड्या तालुक के केरागोडु गांव के गौरी शंकर सेवा ट्रस्ट ने लेटर ऑफ अंडरटेकिंग दी है कि उन्हें केरागोडु थिएटर के परिसर में एक ध्वज स्तंभ के निर्माण की अनुमति दी जाए. वे उस ध्वजदंड का उपयोग केवल कर्नाटक का झंडा और तिरंगे झंडे को फहराने के लिए करेंगे. इसके अलावा, वे ग्राम पंचायत की शर्तों से बंधे हैं.’
सीएम ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘उनके अनुरोध के अनुसार, ग्राम पंचायत ने एक ध्वज स्तंभ के निर्माण की अनुमति दी है. इसके बाद वहां फहराया गया राष्ट्रीय ध्वज उतार दिया गया और उस स्थान पर हनुमान ध्वज फहराया गया. नियमों के उल्लंघन को देखते हुए जिला प्रशासन ने लोगों से झंडा नीचे करने को कहा. हालांकि स्थानीय लोगों ने पुलिस और जिला प्रशासन के अनुरोध को खारिज कर दिया और विरोध प्रदर्शन और झड़प से स्थिति तनावपूर्ण हो गई.’
सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि ‘यह कोई संयोग नहीं है कि जहां राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाना चाहिए था, वहां हनुमान ध्वज फहराया गया है और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर जानबूझकर उल्लंघन किया गया है. यह घटना भाजपा और संघ परिवार की पूर्व नियोजित हरकत है. योजनाबद्ध तरीके से लोगों को राज्य सरकार के खिलाफ खड़ा करने की मंशा से ऐसी स्थिति पैदा की गई है. मंड्या में सांप्रदायिक दंगे कराने की साजिश बीजेपी नेताओं की लोकसभा चुनाव की तैयारी है. इसके बारे में कोई संदेह नहीं है.’
सीएम ने कहा कि ‘हमारी सरकार समाज में शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है. लोगों को भाजपा नेताओं की बातों में आकर कानून हाथ में लेने की गलती नहीं करनी चाहिए. संविधान और कानून का सम्मान करना हम सभी का कर्तव्य है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा, भाजपा निश्चित रूप से दंगे कराने और शांति भंग करने की कोशिश करेगी. जागरूक कन्नडिगा शांति और संयम के माध्यम से सांप्रदायिकतावादियों के खिलाफ लड़ेंगे. साजिश को नाकाम किया जाना चाहिए.’
जिला प्रभारी मंत्री एन चालुवरयास्वामी ने केरागोडु गांव में हनुमान ध्वज हटाने के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘इस मामले में राजनीति भी शामिल है. मुझे नहीं पता कि इसमें किसने राजनीति की. पंचायत क्षेत्र में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जा सकता है, अन्य कोई झंडा नहीं फहराया जा सकता. तिरंगे झंडे की इजाजत लेना और आज दूसरा झंडा फहराना गलत है. अगर हम यहां इसकी इजाजत देंगे तो वे कहेंगे कि वे इसे डीसी ऑफिस के सामने भी लगा देंगे. क्या आप इसकी इजाज़त देंगे?’
उन्होंने कहा कि ‘स्थानीय युवा अच्छे हैं. लेकिन उन्हें गुमराह किया जा रहा है. जरूरत पड़ी तो सबके साथ बैठकर बात करूंगा. दूसरी ओर हनुमान ध्वजा लगाने दीजिए लेकिन आइए इसे किसी निजी स्थान या मंदिर के सामने लगाने की अनुमति दें.’
उन्होंने कहा कि ‘मैं राम का भक्त हूं. हमारे गृह देवता विष्णु हैं. हम किसी झंडे के खिलाफ नहीं हैं. पंचायत में इसे मंजूरी देना गलत है. मंजूरी देने वाले के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. इसमें न तो हम और न ही स्थानीय विधायक राजनीति कर रहे हैं.’