केंद्र सरकार ने गुरुवार को राष्ट्रीय वीरता और सेवा पुरस्कारों का एलान कर दिया है. गृह मंत्रालय की ओर से जारी सूची के मुताबिक इस साल पुलिस, अग्निशमन सेवा, होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा और सुधार सेवा के 1132 कर्मियों को इन पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा. इसमें 667 पुलिस सेवा, 32 दमकल सेवा, 27 नागरिक सुरक्षा-होमगार्ड सेवा को और 27 सुधार सेवा के कर्मियों को देने की घोषणा हुई. हिमाचल प्रदेश से सहायक उपनिरीक्षक मुकेश कुमार को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जाएगा. जबकि 5 अन्य को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा. पुलिस पदक के लिए आईजी सुमेदा त्रिवेदी, इंस्पेक्टर ओम प्रकाश व विनोद कुमार शर्मा सहित हेड कांस्टेबल राम किशन और फायर ऑफिसर भगत राम का चयन हुआ है.
एएसआई मुकेश कुमार का जन्म 1974 में गांव बटाडी, रोहडू में हुआ था. साल 1996 में मुकेश कुमार बतौर आरक्षी के पद पर पुलिस विभाग में नियुक्त हुए. वर्तमान में वह सहायक उप निरीक्षक के पद पर यातायात, पर्यटन एवं रेलवे शिमला में तैनात है. उन्होंने विभिन्न जिलों व इकाइयों में तैनात रहते हुए कानून व व्यवस्था बनाए रखने और अपराधों में संलिप्त संपत्तियों का कानून अनुसार निपटारा करने में अहम भूमिका निभाई है. उनकी विश्व बैंक द्वारा स्टेट रोड ट्रांसफॉर्मेशन प्रोग्राम के तहत राज्य के दो पायलट जिलों शिमला वह कांगड़ा के लिए सड़क सुरक्षा परिवर्तन और आपातकालीन प्रतिक्रिया उपकरणों की खरीद के लिए धन उपलब्ध कराने में विशेष भूमिका रही है. राज्य में कीरतपुर-मनाली एनएच पर तीन यातायात एवं पर्यटक पुलिस थानों को खुलवाने में भी महत्वपूर्ण सहयोग किया.
एएसआई मुकेश कुमार के उत्कृष्ट सेवा रिकॉर्ड को देखते हुए पूर्व में भी साल 2013 को पुलिस विभाग द्वारा इन्हें डीजीपी डिस्क और साल 2016 में राष्ट्रपति द्वारा पुलिस पदक से नवाजा गया. वहीं, सराहनीय सेवाओं के लिए आईजी क्राइम सुमेधा, सीआईडी में इंस्पेक्टर ओम प्रकाश, पीटीसी डरोह में तैनात विनोद कुमार, हेड कांस्टेबल राम कृष्ण को पुलिस पदक से नवाजा जाएगा.