कर्पूरी ठाकुर को ‘भारत रत्न’ का स्वागत, जाति जनगणना कराना उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी: कांग्रेस

कांग्रेस ने दिग्गज समाजवादी नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को ‘भारत रत्न’ (मरणोपरांत) से सम्मानित किए जाने के फैसले का स्वागत करते हुए बुधवार को कहा कि जाति आधारित जनगणना कराना ही ठाकुर को सच्ची श्रद्धांजलि होगी, लेकिन नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकारी इससे भाग रही है.

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह आरोप भी लगाया कि भारत रत्न देने का मोदी सरकार का फैसला उसकी हताशा और पाखंड को भी दिखाता है क्योंकि वह राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना से इनकार कर रही है. कर्पूरी ठाकुर का नाम मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ के लिए चुना गया है. राष्ट्रपति भवन ने मंगलवार को उनकी जन्म शताब्दी की पूर्वसंध्या पर यह घोषणा की.

रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘सामाजिक न्याय के प्रणेता जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को ‘भारत रत्न’ दिया जाना भले ही मोदी सरकार की हताशा और पाखंड को दर्शाता है, फिर भी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कर्पूरी ठाकुर जी को मरणोपरांत भारत रत्न दिए जाने का स्वागत करती है.’ उन्होंने कहा कि ‘भागीदारी न्याय’ भारत जोड़ो न्याय यात्रा के पांच स्तंभों में से एक है, इसके आरंभिक बिंदु के रूप में राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना की आवश्यकता होगी.

रमेश ने कहा, ‘राहुल गांधी जी लगातार इसकी वकालत करते रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार ने सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना 2011 के नतीजे जारी करने से इनकार कर दिया है और एक नयी राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना कराने से भी इनकार कर दिया है.’ उन्होंने कहा, ‘सभी वर्गों को भागीदारी देने के लिए जातिगत जनगणना कराना ही सही मायनों में जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को सबसे उचित श्रद्धांजलि होती, लेकिन मोदी सरकार इससे भाग रही है.