एक नए शोध में ये बात सामने आई है कि दस में से एक व्यक्ति ऐसी समस्या से प्रभावित है

रात में बार-बार नींद टूटने से पड़ सकता है आपकी दिमाग़ी क्षमता पर असर

नींद

अगर आपको नींद ठीक से नहीं आती है और ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया(ओएसए) के लक्षण हैं तो इससे दिमाग़ के सोचने-समझने की क्षमता पर असर पड़ सकता है.

इस विषय पर आई नई रिपोर्ट कहती है कि भारत में 10 में एक व्यक्ति ऐसी समस्या से प्रभावित है और उम्र बढ़ने पर ये व्यक्ति के दिमाग़ की कार्य क्षमता पर असर डालता है.

इस शोध का नेतृत्व अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में न्यूरोलॉजी(तंत्रिका) विभाग के प्रमुख रह चुके और पदमश्री से सम्मानित डॉ कामेश्वर प्रसाद ने किया.

ये शोध 7505 वयस्कों पर किया गया.

भारत के कई स्वास्थ्य संस्थानों के अलावा नीदरलैंड्स के इरामस मेडिकल सेंटर के एपिडेमियोलॉजी विभाग और अमेरिका के हार्वर्ड टीएच चेन स्कूल के पब्लिक हेल्थ के सोशल और बिहेवियरल साइंसेज के डॉक्टरों ने मिलकर इस विषय पर अध्ययन किया.