राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम जिस तरह से आयोजित हुआ, उसके सियासी मायने निकालना लाजमी है। लोकसभा चुनाव बिल्कुल नजदीक है, ऐसे में मंदिर पॉलिटिक्स के जरिए भी बीजेपी इंडिया गठबंधन को घेरना चाहती है। अब तो वैसे भी कई विपक्षी दलों ने क्योंकि इस मंदिर कार्यक्रम से दूरी बना ली है, ऐसे में बीजेपी काफी आसानी से उन्हें हिंदू विरोधी बात कर एक विशेष वर्ग को अपने पाले में करना चाहती है।
अब बीजेपी इस मंदिर पॉलिटिक्स की राह पर जरूर चलती है, लेकिन उसका ये मानकर चलना कि इसी राम मंदिर के जरिए उसे 400 प्लस सीटें मिल जाएंगी, ये गलत है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने बताया कि भाजपा सरकार द्वारा राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की गई है इसमें भी भाजपा राजनीति कर रही है जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार को युवाओं की बेरोजगारी पर ध्यान देना चाहिए वही उनका कहना है कि श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा का यह आयोजन तब सफल होता अगर वह सभी लोगों को अपने साथ जोड़ते। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया जिसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ेगा।