शहर के ऐतिहासिक चौगान मैदान में पंजाब नेशनल बैंक के ठीक सामने बीती रात करीब 25 साल पुराना ‘गुलमोहर’ का पेड़ अचानक ही जड़ से उखड़कर धराशायी हो गया। पेड़ की खूबसूरती एक अलग ही अंदाज बयां करती थी।
अहम बात ये है कि पेड़ मैदान की तरफ गिरा, लिहाजा मुख्य सड़क पर ट्रैफिक भी बाधित नहीं हुआ। कुछ साल पहले नेशनल हाईवे विंग द्वारा पेड़ के समीप होर्डिंग लगाने पर भी खासा विवाद हुआ था। तर्क दिया गया था कि पेड़ की खूबसूरती को ढक दिया गया है।
शहर के समाजसेवी व मशहूर छायाकार सुनील गौड़ ‘छुन्नू भाई’ पेड़ के धराशायी होने से बेहद ही मायूस हैं। दरअसल, अढ़ाई दशक पहले सुनील गौड़ ने ही इस पेड़ को रोपा था। इसके अलावा भी अन्य स्थानों पर गुलमोहर के पौधे रोपे गए थे। बता दें कि छुन्नू भाई का बेटा भी हर साल अपने जन्मदिन पर पौधे रोप कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है।
उधर, चौगान मैदान में ही पुलिस कंट्रोल रूम के समीप नीम का पौधा भी तेजी से पनप रहा है। एक मजदूर द्वारा रोजाना ही गर्मियों में इस पेड़ को सींचा गया। विडंबना ये है कि स्वार्थी लोगों द्वारा नन्हें पौधे के पत्तों को भी नहीं बख्शा जाता है। इसी बीच एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में सुनील गौड़ ने कहा कि मौजूदा में मानसून चल रहा है। जल्द ही गुलमोहर के पौधों को रोपा जाएगा। इस जगह पर भी गुलमोहर का पौधा लगाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि नाहन शहर में प्राचीन पेड़ों के प्रति लोगों का गहरा लगाव है। गुन्नुघाट चौक पर एक नीम के पेड़ के सूखने से भी मायूसी रहती है। ये अलग बात है कि इस नीम के पेड़ से छाल तक उखाड़ ली गई थी। लोक निर्माण विभाग के विश्रामगृह के समीप करीब 10-15 साल पहले विशाल वट वृक्ष धराशायी हो गया था। समीपवर्ती रेस्टोरेंट के मालिक दीपक अग्रवाल ने ठीक इसी जगह पर नया पौधा लगाया था, जो धीरे-धीरे विशाल रूप ले रहा है।