Home Gardening के शौकीन अधिकतर जैविक उर्वरकों को अपने गार्डन में डालना पसंद करते हैं. ताकि उनके पौधों की ग्रोथ अच्छी बनी रहें और वे स्वस्थ रहें. ऐसा ही एक उर्वरक है, बोन मील (Bone meal). यह पौधों के लिए काफी काम की चीज बताई जाती है. आइए जानते हैं बोन मील क्या है, इसे पौधों में डालने से क्या होता है, और यह Home Gardening के लिए कितना लाभदायक है?
बोन मील (bone meal) क्या है?
बोन मील (Bone Meal) जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है हड्डियों से बनने वाली खाद. इसमें मरें हुए जानवरों की हड्डियों को उबालकर पीसा जाता है. यह पौधों की ग्रोथ के लिए एक बेहतर फर्टिलाइजर है. इसमें काफी अधिक मात्रा में फास्फोरस, कैल्शियम और प्रोटीन होता है. इसके अलावा इसमें बहुत ही कम मात्रा में नाइट्रोजन होता है. जोकि पौधों के लिए बेहद फायदेमंद है.
1. पौधों की जड़ों को मजबूत करें
कई पौधें कमजोर होने के कारण मर जाते है. कारण है उनकी जड़ों का कमजोर होना. ऐसे में आप बोन मील का उपयोग कर सकते हैं. यह आपके पौधों की जड़ो को मजबूत करेगा.
2. फूलों की तादाद बढ़ाए
बगीचें में लगे पौधो ने यदि फूल देना बंद कर दिया है, या कम कर दिया है. तो बोन मील को पौधों में डाले इससे पौधें अधिक फूल देंगे, और टूटेंगे भी नहीं.
3. पौधे के तने को मजबूत बनाएं
बोनमिल में नाइट्रोजन बहुत कम, और फास्फोरस काफी अधिक मात्रा में होता है जिसके कारण यह पौधे की तने एवं जड़ों को मजबूत बनाता है.
बोन मील का उपयोग कब करें?
गार्डन के पौधों के लिए बोन मील का इस्तेमाल करने से पहले, मिट्टी का परीक्षण किया जाना चाहिए. यदि मिट्टी का पीएच 7 से ऊपर है, तो बोन मील फॉस्फोरस की प्रभावशीलता काफी कम हो जाती है. यदि मिट्टी का पीएच 7 से अधिक है अर्थात मिट्टी क्षारीय है, तो बोन मील का इस्तेमाल करने से पहले मिट्टी का पीएच ठीक करें. हालांकि अधिकांश स्थितियों में मिट्टी का पीएच 7 से कम होता है, यदि आप गार्डन की मिट्टी में सेकंड टाइम बोन मील फ़र्टिलाइज़र का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो उपयोग करने की समयावधि के बीच 4 महीनों का अंतर होना चाहिए.
बोन मीला का उपयोग कैसे करें?
यदि आपके गार्डन की मिट्टी का पीएच 7 से कम है, तब बोन मील का इस्तेमाल करना काफी फायदेमंद होगा. इसके लिए सर्वप्रथम आप पौधा रोपण से पहले मिट्टी. या खाद के ढेर में बोन मील को अच्छी तरह मिला लें. इसके अलावा पौधा लगाने से पहले रोपण छेद के नीचे कुछ बड़े चम्मच बोन मील को भी डाल सकते हैं.
बोन मील फ़र्टिलाइज़र को मिट्टी में पूरी तरह से विघटित होने में लगभग 4 महीने का समय लगता है, इसलिए इस समयावधि के भीतर बोन मील का पुन: प्रयोग न करें. इसके अलावा यदि आप पौधा लगे गमले की मिट्टी में, या पौधा रोपण के बाद बोन मील का उपयोग करना चाहते हैं, तो गमले की मिट्टी को लगभग 2 इंच गहराई तक पलटकर उसमें लगभग आधा कप बोन मील पाउडर को अच्छी तरह से मिलाएं.
बोन मील से होने वाले नुकसान
पौधे पर इनका सकारात्मक प्रभाव दिखने में अधिक समय लग सकता है, जिस वजह से कुछ लोग इसे अधिक बार या अधिक मात्रा में उपयोग करने की गलती कर बैठते हैं, और ओवरफर्टिलाइज की समस्या उत्पन्न हो जाती है. बोनमील फास्फोरस युक्त उर्वरक है- जो फल और फूल वाले पौधों के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन सभी प्रकार के पौधों के लिए आवश्यक या उपयुक्त नहीं हो सकता है, जिनमें कुछ हर्बल प्लांट और हाउस प्लांट शामिल हैं. बोनमील की तेज गंध आपके गार्डन में अनावश्यक कीटों और जीव-जंतुओं को आकर्षित कर सकती है.
घर पर कैसे बनाएं बोन मील?
Bone meal पाउडर घर पर बनाने के लिए सबसे पहले 10 से 12 अंडे के छिलके को कलेक्ट करें, क्योंकि इससे भी हम bone meal पाउडर बना सकते हैं. सबसे पहले सभी अंडे के छिलकों को अच्छे से धो कर एक दिन के धूप में सुखा लें सुखाने के बाद इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में करके अपने मिक्सर मशीन में डालकर बारीक चूर्ण बना लें. ध्यान रहे कि अच्छे से सभी टुकड़ों को बारिक चूर्ण बना ले, क्योंकि अगर टुकड़ा रह गया तो उसमें चींटी लग सकती हैं. पूरी तरह बारीक पाउडर बनाने के बाद आपका Bone meal powder उपयोग के लिए तैयार है.