Psychology Tips To Win Any Argument In Hindi गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड से बहस में जीतने के लिए आज़माएं ये 13 Psychological Tips

प्रोफ़ेशनल लाइफ़ हो या पर्सनल लाइफ़ लोगों से किसी भी बात पर असहमति हो ही जाती है. आप चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, किसी से भी बहस होना, अनबन होना लाज़मी है. ज़्यादातर लोगों को बहस या लड़ाई-झगड़े में पड़ने की इच्छा नहीं होती और लोग इससे बचने की कोशिश करते हैं. फिर भी अगर किसी से बहस हो जाती है तो हम उस आर्गुमेंट को जीतने की पूरी कोशिश करते हैं.

अगर आप स्कूल में डिबेट (Debating Skills) करते थे, तो इसके पूरे चांस हैं कि आप आर्गुमेंट्स जीत जाएं. अगर बॉस या सहकर्मी आपको चुप करवा देता है, या फिर गर्लफ़्रेंड या बॉयफ़्रेंड के सामने आप सिर झुकाकर सब सुनते हैं तो कुछ साइकोलॉजिकल टिप्स (Psychological Tips To Win Arguments in Hindi) आपके काम आ सकते हैं.

1. खुद को शांत रखें (Stay Calm)

आप अपनी बात मनवाने पर अड़े हों. भले ही दिमाग कह रहा हो कि कैसे भी सामने वाले से जीत जाएं लेकिन खुद पर काबू रखना बहुत ज़रूरी है. बहस में जीतने के लिए अपने आप को, दिमाग को शांत रखना मुश्किल है लेकिन धैर्य रखने से आर्गुमेंट जीतने (How to Win Arguments) के चांस बढ़ जाएंगे.

2. Positive Words का इस्तेमाल करें (Try To Use Positive Words)

बहस के दौरान हमारे बात-चीत करने का लहज़ा काफ़ी नेगेटिव हो जाता है. हम न चाहते हुए भी गलत भाषा का इस्तेमाल भी करते हैं. अगर आपकी किसी से बहस भी हो रही हो तो पॉज़िटिव वर्ड्स का इस्तेमाल करें. आप अपना पॉएंट साबित करने के लिए पॉज़िटिव शब्दों का इस्तेमाल करें. एक मैं ही सही हूं, बाकी सब गलत हैं वाले एटिट्यूड से बचें.

3. Pause लेकर बात करें (Pause During Argument)

सामने वाले को अपनी बात समझाना आसान नहीं, खासतौर पर बहस के दौरान तो बिल्कुल नहीं. ऐसे में हल्की सी शांति, बात-चीत में थोड़ी सी चुप्पी कारगर साबित हो सकती है. इससे आपका दिमाग तो शांत होगा, सामने वाला थोड़ा असहज भी हो जाएगा. आपको चुप देखकर वो ये सोचेगा कि आपके दिमाग में क्या चल रहा है. जितनी देर आप चुप रहेंगे, सामने वाला उतना ही उलझता जाएगा.

4. Open-Minded रहें (Keep An Open-Mind)

बहुत से लोग आर्गुमेंट के दौरान डिफ़ेंसिव (Dont Be Defensive During Argument) हो जाते हैं, ये तरीका सही नहीं है. डिफ़ेंसिव होना यानि हारना तय है. अगर आप साइकोलॉजिकली आर्गुमेंट जीतना चाहते हो तो ओपन-माइंडेड होना ज़रूरी है.

अपने पॉइंट्स रखने के साथ ही सामने वाले की भी बात सुनें.

5. सामने वाले को React करने पर मजबूर करें

अगर आप सामने वाले को रिएक्टर पर मजबूर करना चाहते हैं तो इसका एक ही तरीका बेस्ट तरीका है, ऐसे दिखाएं जैसे आपको फ़र्क ही न पड़ रहा हो. भले ही आपके अंदर भावनाओं का समंदर हो. आप मुस्कुराकर भी सामने वाले को बहस में हरा सकते हो. आपको मुस्कुराता देखकर सामने वाला आग बबूला हो जाएगा और अजीबो-गरीब बातें करने लगेगा.

6. पहले Resolution दें (Offer A Solution)

किसी भी बहस में कॉन्फ़िडेंस भी ज़रूरी है. आपको खुद पर, अपनी बातों पर आत्मविश्वास होना चाहिए. इसके साथ ही मिडिल ग्राउंड निकालने की, समस्या का समाधान खोजने की कोशिश करें. अगर आप अपनी तरफ़ से समस्या का समाधान (Resolution) निकालने की कोशिश करेंगे तो बहस में आपका अपर हैंड होगा.

7. Socratic Method

सुनने में ये मुश्किल लग रहा होगा पर ये एक बेहद आसान और सटीक ट्रिक (Psychology of Argument) है. इस मेथड में आपको सामने वाले से सवाल पूछना है, जैसे- आपने बॉयफ़्रेंड या गर्लफ़्रेंड से मिलने का वादा किया हो और 4 घंटे देर से पहुंचे. सामने वाले को गुस्सा आना लाज़मी है, ये भी हो सकता है कि वो चीखे-चिल्लाए. ऐसे में आपको उनके थॉट्स के बारे में पूछना चाहिए. इस तरह के सवाल करना चाहिए- ‘मुझे देर हो गई, तुम्हें कैसा फ़ील हो रहा है?’ ‘अगर तुम मेरे जगह होते तो क्या करते?’ या फिर ‘अभी क्या करना चाहते हो?’

इस तरीके से आपका पार्टनर आसानी से अपने इमोशन्स एक्सप्रेस कर सकेगा. इससे आपके पार्टनर को ये भी लगेगा कि आप सिर्फ़ लड़ते नहीं, उनकी सुनते भी हैं.

8. Convincing Story सुनाएं (Tell A Real Life Story)

ध्यान रहें कि सामने वाले पर हावी होने के लिए आपको ऐसी कहानी सुनानी है, जिसमें वज़न हो, जो रिअल लाइफ़ से प्रेरित हो. कुछ लोग सिर्फ़ फ़ैक्ट्स सुनकर ही यकीन नहीं करते. ऐसे में उनको राज़ी करने का एक ही तरीका है कि आपकी कहानी में काफ़ी दम हो, तभी वो आपकी बात से सहमत होंगे.

9. Clarity ज़रूरी है (Clarity is Important)

ये पर्सनल बहस के लिए लाभदायक ट्रिक है. आपको अपने पार्टनर से साफ़तौर पर हर बात कहनी चाहिए और साथ ही उनकी हर बात ध्यान से सुननी चाहिए. गोल-गोल घुमाकर बातें न करें, इससे सामने वाला कन्फ़्यूज़ होगा और डिसअग्रीमेंट लंबी खिंचेगी.

10. चेहरे के हाव भाव का ध्यान रखें (Check Your Body Language)

बहस के दौरान आपके चेहरे के हाव भाव, बॉडी लैंग्वेज में फ़र्क आ जाता है. अगर आप किसी को घूर-घूर कर देख रहे हैं तो ऐसा ज़रूरी नहीं कि सामने वाला आपकी बात मान लें. बॉडी लैंग्वेज एक्सपर्ट Jennifer Rigdon के अनुसार, सामने वाला जैसे खड़ा है, जैसे बैठा है वैसे ही बैठने या खड़े होने की कोशिश करें. ध्यान रहे कि आपके हाथ में कप, पेन, फ़ोन या ऐसा कुछ न हो.

11. चीखने-चिल्लाने से बचें (Don’t Yell At Your Opponent)

छोटी सी बात पर होने वाली नॉर्मल डिसअग्रीमेंट कब चीखने-चिल्लाने में बदल जाती है, पता ही नहीं चलता. अगर आप सामने वाले से बहस में जीतना चाहते हैं (Ways To Win An Argument) तो किसी भी कीमत पर अपनी आवाज़ ऊंची न करें. अगर सामने वाला चिल्ला भी रहा हो तो आप अपनी आवाज़ नॉर्मल रखें. ध्यान रहे, ऊंची आवाज़ का मतलब ये नहीं है कि सामने वाला सही है और आप गलत.

12. Blame Game से बचें (Don’t Play The Blame Game)

अक्सर ऐसा देखा गया है कि आर्गुमेंट के दौरान दोनों तरफ़ के लोग एक-दूसरे पर उंगलियां उठाने लगते हैं. वैसे तो ये काफ़ी नैचुरल और नॉर्मल ह्यूमन बिहेवियर (Human Behavior) लगता है लेकिन इससे कुछ हासिल नहीं होता. जितना ज़्यादा आप एक-दूसरे पर इल्ज़ाम लगाओगे चीज़ें और ज़्यादा जटिल होती जाएंगी. अगर सामने वाला आपका काफ़ी ख़ास है और आप उस पर इल्ज़ाम लगा रहे हो तो ऐसे में रिश्ते पर भी काफ़ी नेगेटिव इफ़ेक्ट पड़ सकता है.

13. ज़्यादा Emotional होने से बचें (Control Your Emotions)

बहस के दौरान कई तरह के इमोशन्स महसूस होते हैं. गुस्सा आता है, दुख होता है और कई बार रोना आता है. हमें अपनी भावनाओं पर कंट्रोल करना चाहिए. अगर आपको गुस्सा आ रहा है तो ब्रेक लें, थोड़ी देर शांत होकर बैठें. आपको गुस्से में देखकर सामने वाला आपको गुस्सा दिलाने की ही कोशिश करेगा. अगर आपकी किसी से ऑफ़िस में बहस हो रही हो (Psychological Tips To Win Arguments In Office) और आप गुस्सा करने लगे तो आपको अनप्रोफ़ेशन्ल, इल्लॉजिकल भी कहा जा सकता है.