भर्ती परीक्षाओं में रिजल्ट का इंतजार कर रहे विभिन्न पोस्ट कोड के अभ्यर्थी शुक्रवार को फिर मुख्यमंत्री से उनके सरकारी आवास ओक ओवर में मिले। अभ्यर्थियों से मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार कोशिश कर रही है कि इन अभ्यर्थियों का परिणाम जल्द निकल जाए, लेकिन इस मामले में कानूनी पहलुओं पर पूरी तरह गौर करने के बाद ही आगे बढ़ा जाएगा।
गुरुवार को बड़ी संख्या में भर्ती परीक्षाओं के विभिन्न पोस्ट कोड के अभ्यार्थी अपना दर्द लेकर हिमाचल प्रदेश राज्य सचिवालय के बाहर पहुंचे थे। कल देर रात इन अभ्यर्थियों के प्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री की मुलाकात भी हुई।
इसके पश्चात आज सुबह ये युवा अभ्यर्थी अपनी बात रखने फिर मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधियों से मुलाकात की। सिरमौर से आए अभ्यर्थी प्रदीप सिंह ने बताया कि वे अपने मुद्दे को लेकर पिछले चार सालों से संघर्ष कर रहे हैं। मगर तमाम कानूनी लड़ाई पूरी होने के बावजूद अभी तक इन युवाओं को नौकरी नहीं मिली है।
सिस्टम से हताश जेओए-आईटी अभ्यार्थी ने बताया कि वे अकेले नहीं है बल्कि विभिन्न पोस्ट कोड के 6000 के करीब अभ्यर्थी परीक्षाओं के बाद भी सालों से रिज़ल्ट का इंतजार कर रहे हैं। जिससे अभ्यर्थी मानसिक दबाव से जूझ रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनकी भर्ती का मामला पहले उच्च न्यायालय फिर सर्वोच्च न्यायालय गया है और सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद भी तीन महीने गुजरने के बाद भी कोई फैसला प्रदेश सरकार की ओर से नहीं आया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कई मंचों से तुरंत प्रभाव से भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की बात कह चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी कैबिनेट से अनुमति अभी तक नहीं मिली।