Shaniwar Ke Niyam: शनिवार के दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना जीवन में मिलेंगे बुरे परिणाम
शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है क्योंकि वह व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर ही शुभ या अशुभ फल देते हैं। ज्योतिषियों के अनुसार कारोबार और करियर में सफलता हासिल करने के लिए शनि देव की कृपा अनिवार्य है। शनि देव के अप्रसन्न होने से इंसान को जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
HIGHLIGHTS
- भगवान शनि देव की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
- शनिवार के दिन कुछ कार्यों को करने की सख्त मनाही है।
- भगवान शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है।
नई दिल्ली। Shaniwar Ke Niyam: सनातन धर्म में शनिवार के दिन भगवान शनि देव की पूजा-व्रत करने का विधान है। शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है, क्योंकि वह व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर ही शुभ या अशुभ फल देते हैं। ज्योतिषियों के अनुसार, कारोबार और करियर में सफलता हासिल करने के लिए शनि देव की कृपा अनिवार्य है। शनि देव के अप्रसन्न होने से इंसान को जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस दिन कुछ कार्यों को करने की सख्त मनाही है, जिनको करने से शनिदेव रुष्ट हो सकते हैं इसलिए इन बातों विशेष का ध्यान रखें। चलिए जानते हैं शनिवार के दिन किन कार्यों को करने से बचना चाहिए।
शनिवार के दिन न करें ये कार्य
- शनिवार के दिन तामसिक भोजन का सेवन करना अशुभ माना जाता है। कहा जाता है कि ऐसा करने से शनि देव इंसान को दण्ड देते हैं।
- नमक का प्रयोग रोजाना खाना बनाने में किया जाता है लेकिन शनिवार के दिन नमक को भूलकर भी नहीं खरीदना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से शनिदेव रुष्ट हो सकते हैं। साथ ही नमक खरीदने से इंसान को कर्ज की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
- कहा जाता है कि शनिवार के दिन पुरुषों को अपनी ससुराल नहीं जाना चाहिए। कहा जाता है कि ऐसा करने से ससुराल पक्ष के लोगों के साथ रिश्ते बिगड़ सकते हैं।
- शनिवार के दिन लोहे का सामान घर पर भूलकर भी नहीं लाना चाहिए। क्योंकि ऐसा करना अशुभ होता है।
- इसके अलावा शनिवार के दिन दही और दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर दही और दूध पीना बेहद आवश्यक है, तो इसमें हल्दी या गुड़ मिला लें।
- इस दिन पशु-पक्षी को परेशान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान शनि देव रुष्ट हो जाते हैं।
- शनिवार के दिन किसी से पैसों को लेन-देन नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन दिया हुआ धन अटक सकता है और धन की कमी का नुकसान करना पड़ सकता है।