हिमाचल प्रदेश बीएड बेरोजगार यूनियन ने सरकार द्वारा गेस्ट टीचर (Guest Teacher) रखने संबंधी विचार का जबरदस्त विरोध दर्ज करवाया है। यूनियन ने सरकार से निवेदन किया है कि भर्ती आरएंडपी रूल्स (R&P Rules) के तहत बैचवाइज व कमीशन से ही की जाए। अगर सरकार भर्ती में अतिरिक्त संख्या बढ़ाना चाहती है तो चली हुई बैचवाइज भर्ती में तथा होने वाले कमीशन में ही संख्या बढ़ा दी जाए परंतु इस तरह के नए-नए नाम देकर भर्तियां ना की जाए।
यूनियन ने कहा कि पूर्व में भी इस तरह की भर्तियां कोर्ट में लटकी हैं। इसमें सरकार नियोक्ता व नियुक्ति पाए व्यक्ति परेशानी में ही रहते हैं तथा सरकार भी इन भर्तियों को बैकडोर भर्तियां का उलाहना झेलती रही है। आज का बेरोजगार युवा इस प्रकार भर्तियों का कतई भी समर्थन नहीं करता है। इसमें समान अवसर हर बेरोजगार को नहीं मिलते हैं। हिमाचल प्रदेश में बैच वाइज व कमीशन से भर्ती की शिक्षा विभाग में सुंदर व्यवस्था है जिसमें टेट पास सभी अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया में बराबर मौका मिलता है।
बेरोजगार यूनियन प्रधान राजेश गौतम ने कहा कि हर साल भर्ती नियम के तहत कमीशन और बैच वाइज से भर्ती हो, ताकि बेरोजगार युवाओं में एक उम्मीद बंधी रहे। बेरोजगार अभ्यर्थी इस तरह के नए नियम की भर्ती का नाम सुनकर मानसिक तनाव स्थिति में आ जाते हैं तथा शुरू-शुरू में सरकार को इस तरह की भर्तियां न करने पर सचिवालय के बाहर बहुत बड़ा प्रदर्शन पूरे प्रदेश से आए बेरोजगार युवाओं ने किया था।
माननीय मुख्यमंत्री सुक्खू तथा शिक्षा मंत्री ने उस समय जारी बयान में कहा था कि भविष्य में सभी प्रकार की भर्तियां स्थाई तौर पर होंगी और इनका प्रारूप बैचवाइज व कमीशन ही रहेगा। बीएड बेरोजगार यूनियन जल्द ही प्रदेश स्तरीय बैठक में अगली रणनीति तैयार करेगी, ताकि बेरोजगार लोगों की बात सरकार तक समय-समय पर पहुंच जाएं तथा सरकार से बीएड यूनियन जिनकी संख्या हिमाचल प्रदेश में 2 लाख से अधिक है।
यह निवेदन करती है कि सरकार गेस्ट टीचर के नाम से की जा रही भर्ती विचार पर बेरोजगारों को मानसिक दबाव न दिया जाए। कहा कि जारी व्यवस्था के तहत ही भर्ती की जाए तथा राज्य चयन आयोग के तहत शिक्षा विभाग में की जाने वाली भर्तियां भी अति शीघ्र की जाए।