Sabarmati Riverfront cruise: वाइब्रेंट समिट के 10 संस्करण से पहले एक बार फिर से दुनियाभर में गुजरात के विकास की चर्चा है। पिछले दो दशक में गुजरात मे पूरे हुए प्रोजेक्ट्स की फोटो सोशल मीडिया पर सुर्खियों में हैं। एक ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं। जिसमें एक क्रूज एक पुल के नीचे से गुजर रहा है।
सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना यह वीडियो अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट (Sabarmati Riverfront Ahmedabad) है। इसमें साबरमती नदी पर बने अटल ब्रिज के नीचे से एक रिवर क्रूज निकल रहा है। पिछले साल जब अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आईआईसी वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने जीत हासिल की तो इसी रिवर क्रूज पर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने फोटोशूट भी करवाया था। साबरमती नदी के चलने वाला यह रिवरक्रूज गुजरात के विकास मॉडल की पहचान बने रिवरफ्रंट के दीदार के लिए और उसकी सैर के लिए हैं। इस रिवरक्रूज पर डाइनिंग की सुविधा भी है। तो वहीं रिवरक्रूज के ऊपर दिख रहे ब्रिज का निर्माण अहमदाबद नगर निगम ने किया है, जो सिर्फ दर्शकों और आंगुतकों की आवाजाही के लिए है।
PM मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए अहमदाबाद (कर्णावती) के बीचोंबीच से बहने वाली साबरमती नदी के तटों की साफ-सफाई का सपना देखा था। इसके बाद उनकी अगुवाई में साबरमती रिवरफ्रंट की परियोजना शुरू हुई थी। पिछले कुछ सालों से साबरमती रिवरफ्रंट न सिर्फ एक मॉडल बनकर उभरा है बल्कि वर्तमान में तमाम गतिविधियों का यह केंद्र है। यहां पर हर साल फ्लाॅवर शो और अंतरराष्ट्रीय पंतग उत्सव का आयोजन होता है। इतना ही नहीं रिवरफ्रंट 1411 में बसे इस शहर को नया लुक देता है। यहां पर लोगों के सैर सपाटे के साथ मनोरंजन के इंतजाम किए गए हैं। साबरमती रिवरफ्रंट को पर्यावरण के मानकों के अनकूल बनाया गया है। इस रिवरफ्रंट को आर्किटेक्स बिमल पटेल ने डिजाइन किया है। पिछले दिनों देश की नई संसद को डिजाइन करने के लिए पटेल काफी सुर्खियों में आए थे।
अटल ब्रिज हुआ सुपरहिट
साबरमती रिवर पर बने अटल ब्रिज को पिछले 14 महीने में 40 लाख से अधिक विजिटर्स हासिल हो चुके हैं। जो टिकट लेकर इस ब्रिज पर पहुंचे। अहमदाबाद नगर निगम ने अब अटल ब्रिज की सफलता के बाद एक और ब्रिज बनाने का ऐलान किया है। अहमदाबाद नगर निगम साबरमती रिवरफ्रंट पर लंबे समय से काम कर रहा था लेकिन यह योजन पीएम मोदी के मुख्यमंत्री रहते हुए पूरी हुई थी। रिवरफ्रंट के विकास में यहां पर नदी के दोनों किनारों पर अच्छी सड़कों के अलावा एक फ्रंट डेवलप किया गया है। नदी और फ्रंट के बीच काफी काफी बड़ा हिस्सा मैदान और कच्चा है। यह जगह तमाम तरह की प्रदर्शनी और दूसरे आयोजनों में इस्तेमाल की जाती है। तमाम हिंदूवादी संगठनों की तरफ से लगातार अहमदाबाद का नाम कर्णावती करने की मांग की जाती रही है। ऐसे में जब वाइब्रेंट समिट के 10 वें एपीसोड का आयोजन हो रहा है तो एक बार फिर गुजरात के विकास का प्रतीक बने रिवरफ्रंट और इसकी तस्वीरें सुर्खियों में हैं।