दिल्ली में हौज खास एक जाना माना नाम है. साउथ दिल्ली का एक अहम हिस्सा माने जाने वाला हौज खास पार्टीज़ और क्लब के लिए जाना जाता है. गांव कहलाने वाला ये क्षेत्र भारत के अन्य गांवों से बहुत आगे है. बता दें कि इसके नाम का संबंध वॉटर टैंक से है और इसके पीछे की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है.
एक पानी के टैंक पर पड़ा इसका नाम
अलाउद्दीन खिलजी ने अपने शासन में पानी की आपूर्ति के लिए पानी का एक टैंक बनवाया था. उसी के नाम पर गांव को हौज खास बुलाया जाने लगा. कहा जाता है कि ये गांव जब बना तब तक दिल्ली का नाम ओ निशान तक नहीं था. समय के साथ ये गांव तेजी से बदलने लगा. धीरे धीरे इसे हौज खास विलेज का नाम मिला. कहा जाता है कि आज के समय में यह दुनिया का सबसे अमीर गांव माना जाता है.
एक बुटीक की वजह से हुआ फेमस
रिपोर्ट्स के अनुसार हौज खास का बदलाव 1980 के दशक में शुरू हुआ. 1987 में जब उस समय की फेमस फैशन डिजाइनर बीना रमानी ने एक तबेले को अपने डिजाइनर बुटिक में बदल दिया तो इसकी चर्चा हर तरफ होने लगी. ये तबेले में स्थित बुटीक ही लोगों के आकर्षण का मुख्य केंद्र बना. लोग इसे देखने के लिए इस गांव की ओर आने लगे.
आज है युवाओं के लिए खास
इसके बाद यहां अनूठे पब, रेस्तरां और कैफे खुलने लगे, जिस वजह से ये गांव युवाओं के बीच खूब प्रचलित होने लगा. समर हाउस कैफे, रास्ता, इम्परफेक्टो, रैबिट होल, हाई 5 कैफे एंड बार, रिहैब गैस्ट्रोपब, लेवल्स और आउट ऑफ द बॉक्स जैसे कैफे युवाओं को इस गांव की तरफ खींच लाते हैं.
हौज खास विलेज जाने के लिए आपको उस तरह से परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी जिस तरह से भारत में अन्य गांवों तक पहुंचने के लिए उठानी पड़ती है. इसके लिए अरबिंदो मार्ग सबसे नजदीकी बस स्टॉप है. इसके अलावा हौज खास विलेज का पास का मेट्रो स्टेशन हौज खास और ग्रीन पार्क पीली लाइन पर है. अगर आपको यहां कैब से जाना हो तो शहर के सभी स्थानों से यहां के लिए आपको कैब और टैक्सी मिल जाएगी.