पीठ पर बैग, हाथों में झंडा लिए उड़ीसा से अयोध्या के लिए चले दो रामभक्त, 40 दिन मे करेंगे 14000 किमी की यात्रा

पीठ पर बैग, हाथों में झंडा लिए उड़ीसा से अयोध्या के लिए चले दो रामभक्त, 40 दिन मे करेंगे 14000 किमी की यात्रा

two ram devotees left for ayodhya from odisha

राम मंदिर में पूजा करने के लिए ओडिशा के दो युवक पैदल ही उत्तर प्रदेश के अयोध्या की यात्रा पर निकल पड़े हैं। अयोध्या में 22 जनवरी को निर्माणाधीन राम मंदिर में भगवान राम के बाल स्वरूप के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी

 

नेशनल डेस्कः राम मंदिर में पूजा करने के लिए ओडिशा के दो युवक पैदल ही उत्तर प्रदेश के अयोध्या की यात्रा पर निकल पड़े हैं। अयोध्या में 22 जनवरी को निर्माणाधीन राम मंदिर में भगवान राम के बाल स्वरूप के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी। ओडिशा से पैदल निकले दोनों युवकों के 22 जनवरी तक अयोध्या पहुंचने की संभावना कम हैं, क्योंकि राज्य के गंजाम जिले के ब्रह्मपुर शहर से 1,400 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करने में उन्हें 40 दिन से अधिक लग सकते हैं।

अपनी यात्रा शुरू करने से पहले रविवार को 22 वर्षीय दोनों दोस्त चंदपुर इलाके के निवासी कुरेश बेहेरा और कनिशी के निवासी सोनू बिसोई ने ब्रह्मपुर शहर के पास राम मंदिर में पूजा की। पीठ पर बैग और हाथों में झंडे लिए जब दोनों यात्रा के लिए रवाना हो रहे थे तब मंदिर में एकत्र हुए स्थानीय लोगों ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाये और उनका उत्साहवर्धन किया। अगले 10-15 किलोमीटर तक कुछ लोग भी उनके साथ रहे।

बेहेरा ने कहा कि इस दौरान उन्हें एकजुटता के सुखद क्षण का अहसास हुआ। महिलाओं सहित कई लोगों ने उनकी यात्रा के पहले दिन ‘जय श्री राम’ के नारे के साथ उनका स्वागत किया। बेहरा ने कहा, ‘‘अगले 40 दिनों में अयोध्या पहुंचने के लिए हमने हर दिन 30-35 किमी पैदल चलने का लक्ष्य रखा है। हम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगे लेकिन हम बाद में वहां पहुंच कर प्रार्थना और पूजा करेंगे।”

बिसोई ने कहा, ‘‘हम अयोध्या में मंदिर में विराजमान राम लला के दर्शन करना चाहते हैं। हमने अपनी यात्रा पर निकलने से पहले अपने गांव में भगवान राम का आशीर्वाद लिया है।” बेहेरा और बिसोई दोनों निजी कंपनियों में काम करते हैं। उन्होंने रात में सड़क किनारे मंदिरों में रुकने और आध्यात्मिक मार्ग अपनाने की आवश्यकता पर लोगों को जागरुक करने की योजना बनाई है।