दलित महिला के घर पहुंचे पीएम मोदी, निषादराज को दिया रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण, राजनीति समझिए

पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या दौरे के दौरान अचानक अपने कार्यक्रम में बदलाव किया। वे उज्ज्वला योजना की लाभार्थी मीरा के घर पहुंचे। वहां उन्होंने निषादराज को प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता दिया। पीएम मोदी ने इस दौरान योजना के बारे में भी जानकारी ली। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि पीएम ने वहां चाय पीना।

अयोध्या: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या एयरपोर्ट से निकलने के बाद दलित महिला के घर पहुंचे। वहां उन्होंने उज्ज्वला योजना के संबंध में जानकारी ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दौरान निषादराज को प्रभु रामलला की नए मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण दिया। निषादराज को प्रभु श्रीराम का मित्र कहा जाता है। ऐसे में निषादराज को आमंत्रण देकर पीएम मोदी ने एक बड़ी राजनीति की शुरुआत कर दी है। भगवान राम के लंका विजय से लौटने के बाद राज्याभिषेक कार्यक्रम में भी निषादराज को आमंत्रण भेजा गया था। कहते हैं कि भगवान राम ने इसके लिए भाई भरत को विशेष निर्देश दिए थे। उन्हें अपना अभिन्न मित्र बताया था। ऐसे में अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन समारोह और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता लेकर निषादराज के यहां स्वयं प्रधानमंत्री पहुंचे। इसे राजनीतिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

पीएम ने ली योजना की भी जानकारी

पीएम नरेंद्र मोदी ने उज्ज्वला योजना की लाभार्थी मीरा से मुलाकात के क्रम में वहां की स्थिति के बारे में जाना। पीएम नरेंद्र मोदी ने दलित महिला से उज्ज्वला योजना के बारे में भी जाना। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वहां पीएम नरेंद्र मोदी ने चाय पीया। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी का अयोध्या एयरपोर्ट के उद्घाटन का कार्यक्रम है। पीएम नरेंद्र मोदी के दलित के पहुंचने को लेकर अलग ही दावा किया जा रहा है।

पीएम मोदी ने दिए अलग संकेत

पीएम नरेंद्र मोदी इसके बाद अयोध्या के नवनिर्मित महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन करने पहुंचे। उद्घाटन समारोह को लेकर तैयारी पहले से पूरी की गई थी। महर्षि वाल्मीकि के नाम पर एयरपोर्ट का उद्घाटन और उससे पहले निषाद राज को प्रभु रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में आमंत्रण को लेकर एक अलग ही राजनीतिक लाइन पर काम किए जाने की चर्चा शुरू हो गई है। भारतीय जनता पार्टी दलित पॉलिटिक्स पर लगातार काम करती दिखी है। यूपी चुनाव 2022 के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ को दोबारा सत्ता में लाने में दलित वोट बैंक का बड़ा योगदान था।

कोरोना कल में मुफ्त अनाज स्कीम ने इस पर को भाजपा से जोड़ा। अब उन्हें सम्मान देकर पार्टी अपने साथ पूरी तरह जोड़ने की तैयारी में है। एक तरफ अखिलेश यादव जहां दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक समाज को जोड़कर पीडीए पॉलिटिक्स को यूपी की राजनीति में लाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, भाजपा ने दलित वर्ग को श्रीराम से जोड़कर अलग ही माहौल बनाने का प्रयास किया है। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले पीएम नरेंद्र मोदी के इस कदम को अलग नजरिए से देखा जा रहा है।

पीएम के पहुंचने पर काफी खुशी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर मीरा ने कहा कि मुझे एक घंटे पहले जानकारी दी गई थी कि कोई नेता हमारे घर आएंगे। हालांकि, यह नहीं बताया गया था कि कौन आ रहे हैं। हमें बताया गया कि वे हमारे यहां खाना खा सकते हैं। हमने खाना तैयार कर लिया था। पीएम नरेंद्र मोदी आए तो यहां भारी भीड़ जमा हो गई। मुझे तो यकीन ही नहीं हुआ कि हमारे घर प्रधानमंत्री पधारे हैं। उनको देखकर काफी अच्छा लगा। मीरा ने उनके साथ बातचीत की। प्रधानमंत्री ने मीरा से पूछा कि क्या आपने अपना घर अपने मन मुताबिक बनवाया? मीरा ने कहा कि हमने अपना घर अपने मन से बनवाया है। इसके बाद परिवार के संबंध में पूछा। मीरा ने कहा कि राम मंदिर बन गया है। अब अधिक लोग आएंगे। अब कमाई ज्यादा होगी। हम अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा और जीवन दे पाएंगे। पीएम मोदी ने उनसे अन्य योजनाओं के बारे में भी पूछा।