जागरण संवाददाता, बस्ती। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने विश्वास दिलाया है कि 2030 तक इतनी अधिक ट्रेनें हो जाएंगी कि यात्रियों की प्रतीक्षा सूची की समस्या समाप्त हो जाएगी। वह शुक्रावर को उप्र के बस्ती में सांसद खेल महाकुंभ के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

अश्विनी वैष्णव ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए पिछली सरकारों को कटघरे में खड़ा किया। कहा कि पिछली सरकारों के मंत्रियों ने रेलवे को गाय की तरह दूहने का कार्य किया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अब रेलवे का स्वरूप बदल रहा है। पिछली सरकारों में जहां घोटाले दर घोटाले हुए, वहीं अब तेजी से कार्य हो रहा है।

यूपी को अब मिल रहे 17 हजार करोड़

अमर शहीद सत्यवान ¨सह स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में शुक्रवार को 10 दिवसीय खेल महाकुंभ के समापन समारोह में रेल मंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों में रेलवे का बजट मात्र 35 हजार करोड़ रुपये होता था। अब अमृत काल चल रहा है, इसलिए दो लाख 40 हजार करोड़ रुपये बजट मिला है। उत्तर प्रदेश को पहले 11 सौ करोड़ मिलते थे, अब 17 हजार करोड़ दिए गए हैं। अब काम का हिसाब भी लिया जाता है।

156 रेलवे स्टेशन को आदर्श रेलवे स्टेशन बनाया जा रहा है।

तीन हजार सात किलोमीटर नई रेल लाइन दी गई। 156 रेलवे स्टेशन को आदर्श रेलवे स्टेशन बनाया जा रहा है। 14 किमी प्रतिदिन रेल की पटरी बिछ रही है। पांच लाख से अधिक नई भर्तियां की गई हैं। इसमें सबसे अधिक लाभ उत्तर प्रदेश को मिला है। उपस्थित लोगों से उन्होंने पूछा, वंदे भारत ट्रेन देखी है क्या। फिर बताया कि यह अपने देश के इंजीनियरों की देन है। ऐसी ट्रेन बनी है कि चलते समय ड्राइवर के पास रखा पानी का गिलास नहीं हिला, लेकिन इंजीनियरों की प्रतिभा से दुनिया हिल गई।

राम मंदिर को लेकर कही ये बात

अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण से सदियों का पाप धुलने का कार्य मोदी सरकार करने जा रही है। मोदी ने ऐसे राष्ट्र का निर्माण किया है, जिससे हम आत्मनिर्भर हुए हैं। यहां डबल इंजन की सरकार प्रदेश को एक नंबर की सरकार बनाने पर जुटी है। आपने बस्ती रेलवे स्टेशन का डिजाइन देखा है, सांसद हरीश द्विवेदी के सुझाव के अनुरूप बनेगा, जिसमें बस्ती की धरोहर को भी शामिल किया गया है, जो विश्वस्तरीय होगा।हारने के बाद जीतने का मजा थोड़ा अलग: पीयूष चावलाविशिष्ट अतिथि क्रिकेटर पीयूष चावला ने कहा कि जीतने के लिए हारना जरूरी होता है। खेल ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में जीतने से पहले मिलने वाली हार से सीख मिलती है। 22 वर्ष से क्रिकेट खेल रहा हूं। मैंने महसूस किया है कि हारने के बाद जो जीत मिलती है, उसका मजा थोड़ा अलग है। उन्होंने लोगों से हार-जीत को अलग रखकर सिर्फ खेल का आनंद लेने की अपील की।