लॉर्ड नाम से मशहूर शार्दुल ठाकुर साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में सिर्फ एक विकेट ले पाए और भारत पारी से हार गया। इसके बाद पूर्व कोच रवि शास्त्री ने उन्हें खूब लताड़ लगाई। उन्होंने कहा कि वह बच्चा नहीं हैं। उन्हें पता है कि क्या करना है, लेकिन वह गेंद और बल्ले दोनों से फेल रहे।
जोहानिसबर्ग 2022 टेस्ट के बाद से शार्दुल ठाकुर ने 7 टेस्ट मैचों में सिर्फ 7 विकेट लिए हैं, जो बताता है कि उनका प्रदर्शन कितना खराब रहा है। शास्त्री को लगा कि भारत के पास अनुभव की कमी थी, जो हार की सबसे बड़ी वजह बनी। शार्दुल ने मैच में सबसे अधिक रन बनाने वाले मैन ऑफ द मैच डीन एल्गर को आउट किया, लेकिन इसके अलावा वह कुछ नहीं कर सके। प्रसिद्ध कृष्णा अपना टेस्ट डेब्यू कर रहे थे और उनके लिए भी यह मैच किसी बुरे सपने की तरह था।
पूर्व कोच रवि शास्त्री ने शार्दुल ठाकुर पर भड़कते हुए कहा- भारत के गेंदबाजी आक्रमण में अनुभव की कमी है। उनके पास दो ऐसे खिलाड़ी हैं जो काफी अनुभवी हैं – बुमराह और सिराज। उन्हें हालांकि शमी की बड़ी कमी खली। शार्दुल ठाकुर कोई बच्चा नहीं हैं, लेकिन वह चौथे तेज गेंदबाज हैं। आपको एक उचित खिलाड़ी की जरूरत है तीसरा तेज गेंदबाज और यह विदेशों में बड़ा अंतर पैदा करता है।
शास्त्री ने अर्शदीप से कहा, जाओ रणजी ट्रॉफी खेलो
भारत के पास क्या विकल्प क्या हैं? मुकेश कुमार अभी भी नए हैं और भारत लंबे समय से ईशांत शर्मा और उमेश यादव से आगे बढ़ चुका है, जो भारत के लिए कभी प्रमुख गेंदबाज हुआ करते थे। इस पर साथी कॉमेंटेटर मार्क निकोलस ने शास्त्री को एक बहुत ही दिलचस्प नाम सुझाया- अर्शदीप सिंह। अर्शदीप ने जोहानिसबर्ग में पांच विकेट लेकर, उसके बाद पार्ल में 30 रन देकर 4 विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका को वनडे में हारने के लिए मजबूर किया था।
यह बाएं हाथ का गेंदबाज विविधता भी लाता है, लेकिन शास्त्री को नहीं लगता कि वह टेस्ट के लिए तैयार हैं। रवि शास्त्री ने कहा- बात यह है कि आप उसका प्रथम श्रेणी रिकॉर्ड देखना चाहते हैं। क्या वह लंबे स्पैल फेंक सकता है? क्या उसने बहुत सारा रणजी ट्रॉफी क्रिकेट खेला है? मैं वास्तव में चाहता हूं कि वह रणजी और प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेले।