हाल ही में कानपुर के करौली सरकार बाबा उर्फ डॉक्टर संतोष सिंह भदौरिया का नाम चर्चा में आया है. चर्चा का कारण है करौली बाबा द्वारा अपने आश्रम में नोएडा के एक युवक के साथ बर्बर मारपीट करना. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार करौली बाबा पर आरोप है कि उन्होंने अपने ही एक भक्त की जमकर पिटाई कारवाई.
बताया जा रहा है कि डॉक्टर सिद्धार्थ नामक युवा नोएडा से बाबा के आश्रम में शांति की तलाश में आया था. बाबा ने उनके कान में कोई मंत्र फूंका और पूछा क्या असर हुआ ? इस पर डॉक्टर सिद्धार्थ ने सच्चाई बयान करते हुए कहा कि मंत्र का कोई असर नहीं हुआ. बस इसी बात पर बाबा ने आग बबूला होकर अपने बाउंसर से डॉक्टर सिद्धार्थ को बुरी तरह पिटाई करवा दी.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बाबा ने मात्र तीन साल में ही करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर लिया है. आश्रम के लोग बताते हैं कि बाबा के 17 देशों में हैं. कई भक्त उन्हें लाखों रुपए का सामान भी भेंट करते हैं. करौली बाबा का नाम चर्चा में आने के बाद लोगों को देश के उन बाबाओं के नाम भी याद आ रहे हैं जिन्होंने देखते ही देखते करोड़ों का साम्राज्य स्थापित कर लिया.
आइए जानते हैं देश के उन बाबा लोगों के बारे में जिन्होंने फकीरी का चोला ओढ़ बना लिया अपना साम्राज्य :
1. श्री-श्री रविशंकर
देश के सबसे बड़े धर्म गुरुओं की सूची में श्री-श्री रविशंकर का नाम प्रमुखता से लिया जाता है. आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक Ravi Shankar के 150 देशों में 30 करोड़ से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. आयुर्वेदिक दवाओं का बिजनेस करने वाले रविशंकर 1,000 करोड़ रुपये से अधिक के मालिक हैं.
2. आशाराम बापू
एक समय था जब दुष्कर्म मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम बापू के भक्तों की संख्या का कोई ओर-छोर नहीं था. आज भी देशभर में इनके लगभग 350 आश्रम हैं. ट्रस्ट के अनुसार, इनकी कुल नेट वर्थ आसाराम 350 करोड़ रुपये है.
3. माता अमृतानंदमयी देवी
अपने विश्वभर के भक्तों के बीच ‘अम्मा’ के नाम से मशहूर माता अमृतानंदमयी देवी को उनके मठ की ओर से किए गए सामाजिक कार्यों के लिए जाना जाता है. रिपोर्ट्स के अनुसार अम्मा की कुल संपत्ति 1,500 करोड़ रुपये की है.
4. धर्मगुरु नित्यानंद
धर्मगुरु नित्यानंद का नाम विवादित संतों में लिया जाता है. उन्हें भारत का सबसे अमीर बाबा माना जाता है. ये बात अलग है कि अपने विवादों के कारण वह देश छोड़कर जा चुके हैं. भारत छोड़ने के बाद यौन शोषण के आरोपी नित्यानंद ने इक्वाडोर के पास एक द्वीप खरीदकर उसे कैलासा का नाम दिया है और इसी को अपना साम्राज्य बताते हैं. साल 2003 से नित्यानंद ने एक संत के रूप में अपना प्रचार करना शुरू कर दिया था. बताया जाता है कि नित्यानंद के पास कुल 10,000 करोड़ की संपत्ति है. इसके साथ ही दुनियाभर में इसके कई गुरुकुल, आश्रम और मंदिर बने हुए हैं.
5. बाबा रामदेव
पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के संस्थापक योगगुरु बाबा रामदेव ने 1995 में दिव्य योग मंदिर की स्थापना की थी. दुनिया में योग को अलग पहचान दिलाने में उनकी अहम भूमिका मानी जाती है. कई बार देश की राजनीति में भी उनका हस्तक्षेप देखा गया है. एक योगगुरु के रूप में खुद को स्थापित करने वाले बाबा रामदेव की कुल संपत्ति 1,600 करोड़ रुपये आंकी गई है.
6. जग्गी वासुदेव
जग्गी वासुदेव उर्फ सददुरु ईशा फाउंडेशन के संस्थापक हैं. बताया जाता है कि वह करोड़ों के मालिक हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार उनकी कुल नेटवर्थ 18 करोड़ रुपये की है.