भारतीय रेलवे एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. अगर आप लंबी दूरी के लिए किफायती और आरामदायक सफर चाहते हैं तो भारतीय रेलवे सबसे सुगम जरिया है. भारतीय रेल सेवा की कई खासियतों में से एक इसकी शाही ट्रेन भी हैं.
इंडिया टाइम्स हिंदी की ‘भारत की शाही ट्रेन’ सीरिज में आज बात ‘डेक्कन ओडिसी’ (Deccan Odyssey) की, जो दुनिया की सबसे महंगी ट्रेनों में से एक है.
5-11 लाख रुपए से अधिक तक का है पैकेज
भारत की शाही ट्रेनों में से एक Deccan Odyssey 16 जनवरी 2004 को मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से शुरू की गई. इस ट्रेन को चलाने का मकसद महाराष्ट्र के पर्यटक स्थलों को बढ़ावा देना था. ये डेक्कन ओडिसी की शाही यात्रा के साथ शुरू किया गया. ये ट्रेन वैश्विक धरोहर स्थलों, किलों और महलों से लेकर विशेष रूप से तैयार किए गए सांस्कृतिक अनुभवों के सफर को यादगार बनाती है.
ट्रेन से सफर करते हुए आप शाही ठाठ बाट के साथ फाइव स्टार होटल का आनंद भी ले सकते हैं. यात्रियों के भव्य स्वागत के साथ हर जरूरत का ख्याल रखा जाता है. ट्रेन में दो केबिन हैं:
डीलक्स केबिन (Deluxe Cabin)
इस पैकेज में आपको प्रति व्यक्ति 5,12,400 रुपए और डबल के 7,35,000 रुपए देने होंगे. वहीं दूसरा प्रेसिडेंशियल सूट (Presidential Suite), इस पैकेज में आपको सिंगल या डबल दोनों के लिए 11,09,850 रुपए देने होंगे.
डेक्कन ओडिसी शाही ट्रेन में आप छह प्रकार की यात्रा का लाभ उठा सकते हैं, जिसमें आप भारत के विश्व धरोहर स्थलों से लेकर ऐतिहासिक किला, सांस्कृतिक विरासत का दीदार कर सकते हैं.
महाराष्ट्र स्प्लेंडर (Maharashtra Splendor)
डेक्कन ओडिसी की यह यात्रा 8 दिन और 7 रातों वाली होती है. इसकी शुरुआत देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के छत्रपति शिवाजी रेलवे स्टेशन से शुरू होती है. फिर नासिक होते हुए औरंगाबाद ले जाती है. जहां यात्रियों को एलोरा गुफाएं घूमने का मौक़ा मिलता है. यूनेस्को की धरोहर स्थल अजंता गुफाएं के दर्शन कर ट्रेन कोल्हापुर पहुंचती है. इसके बाद गोवा होते हुए सिंधदुर्ग नगरी पहुंचती है. जहां किला और बीच घूमने के बाद यात्रा मुंबई में आकर खत्म हो जाती है.
इंडियन ओडिसी (Indian Odyssey)
डेक्कन ओडिसी की यह यात्रा 8 दिन और 7 रातों वाली होती है. इसकी शुरुआत देश की राजधानी दिल्ली से होती है. फिर ट्रेन सवाई माधोपुर होते हुए रणथंभौर पहुंचेगी. जहां जीप सफारी के साथ नेशनल पार्क घूम सकते हैं. यहां से ट्रेन ताजनगरी आगरा होते हुए पिंक सिटी जयपुर होते हुए उदयपुर में किले देखते हुए ऊँट की सवारी कर सकते हैं. यहां से ट्रेन वडोदरा, औरंगाबाद एलोरा गुफाएं होते हुए यात्रा मुंबई में आकर खत्म हो जाती हैं.
जेवेल्स ऑफ द डेक्कन (Jewels of the Deccan)
8 दिन और 7 रातों वाली यात्रा का यह सफर मुंबई से शुरु होता है. इस यात्रा के दौरान आपको भारत के असली रत्नों से रूबरू करवाया जाएगा. आप देश की असली सुंदरता का दीदार करेंगे. मुंबई से ट्रेन बीजापुर की ऐतिहासिक स्मारकों की यात्रा करते हुए ऐहोल और पट्टाडकल के पवित्र मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं. यहां से हम्पी होते हुए हैदराबाद घूमें और फिर एलोरा गुफाएं, अजंता गुफाएं का दर्शन करते हुए मुंबई में यात्रा खत्म हो जाएगी.
महाराष्ट्र वाइल्ड ट्रेल (Maharashtra Wild Trail)
8 दिन और 7 रातों वाली यात्रा का यह सफर मुंबई से शुरु होता है. इसके बाद ट्रेन औरंगाबाद में रुकेगी जहां आप एलोरा गुफाएं का दर्शन करते हुए पेंच राष्ट्रीय उद्यान (रामटेक), ताडोबा, अजंता होते हुए नासिक घूमेंगे. यहां से मुंबई आकर आपकी यह यात्रा समाप्त हो जाएगी. इस यात्रा के दौरान आप महाराष्ट्र के अलावा पश्चिमी दक्कन क्षेत्र और भारत के मध्य क्षेत्र के पर्यटक स्थल व सांस्कृतिक विरासत का दीदार कर सकते हैं.
हिडन ट्रेजर्स ऑफ गुजरात (Hidden Treasures of Gujrat)
8 दिन और 7 रातों वाली यात्रा का यह सफर मुंबई से शुरु होती है. यहां से ट्रेन वडोदरा पहुंचेंगे. जहां आप एक विश्व धरोहर स्थल चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व पार्क, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का दर्शन करते हुए पलिताना में मंदिरों के दर्शन करते हुए सासन गिर और सोमनाथ मंदिर घूमेंगे. इसके बाद डेक्कन ओडिसी वीरमगाम स्टेशन पहुंचेगी. यहां सुंदर सफेद रेगिस्तान, जीप सफारी का आनंद लेते हुए पटना के ऐतिहासिक किलों, झीलों, पवित्र स्थानों और विश्व धरोहर स्थलों के लिए मोढेरा पहुंचेंगे. यहां से नासिक होते हुए मुंबई में यह यात्रा समाप्त हो जाएगी.
Indian Sojourn
यह यात्रा भी 8 दिन व 7 रातों वाली है. जो मुंबई से शरू होकर वडोदरा, उदयपुर, जोधपुर, आगरा, सवाई माधोपुर रणथम्बौर होते हुए पिंक सिटी जयपुर घुमाते हुए देश की राजधानी दिल्ली में यात्रा समाप्त हो जाएगी.
इसकी खास सुविधाएं आपको राजशाही का आनंद देंगी
भारत की शाही ट्रेनों में डेक्कन ओडिसी ट्रेन शाही शानो शौकत की एक जिंदा मिसाल है. जिसमें 21 लग्जरी कोच हैं. इनमें से 12 कोच यात्रियों के लिए होते हैं, जबकि 9 कोचों को दो डाइनिंग हॉल, एक बार लाउंज, स्पा, सैलून, लैगेज कार, स्टाफ कार और कांफ्रेंस कार जैसी दूसरी सुविधाओं के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
केबिन में अटैच बाथरूम, जिसमें ठंडा और गर्म पानी से नहाने, एयर कंडीशनर, इंटरनेट, टेलीफोन आदि की भी सुविधा उपलब्ध है. इस ट्रेन में यात्रियों को राजा-महाराजाओं की राजशाही जैसी जिंदगी का एहसास कराने के लिए हर चीज का खास ख्याल रखा गया है.
इस ट्रेन में दो खूबसूरत बहु व्यंजन रेस्तरां, ‘पेशवा I’ और ‘पेशवा II’ भी मौजूद हैं, जहां यात्रियों की मेहमान नवाजी का कोई सानी नहीं है. उनकी शाही अंदाज में खिदमत की जाती है