सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में 35 साल की पारी के बाद सेवानिवृत हुए पंडित जी ‘सुभाष शर्मा’…

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग (Information and Public Relations )में ‘पंडित जी’ के तौर पर पहचान रखने वाले सुभाष शर्मा शुक्रवार को सेवानिवृत हो गए। विभाग में 35 साल का सेवाकाल पूरा करने के बाद विभाग के निदेशालय में अधीक्षक के पद पर रिटायर हुए हैं। सौम्य व हंसमुख स्वभाव के पंडित जी ने 35 साल की सेवा के दौरान शानदार पारी खेली।

धार्मिक प्रवृति की वजह से ही सुभाष शर्मा को सेवाकाल के दौरान पंडित जी के तौर पर पहचान मिली। सेवाकाल के दौरान पंडित जी ने सिरमौर व सोलन में सेवाएं प्रदान की। चूंकि सूचना एवं जनसंपर्क विभाग एक तौर से सरकार व मीडिया के बीच का सेतु है, इसके चलते विभाग में कार्यरत कर्मचारियों व अधिकारियों को फील्ड में जाने का भी अवसर प्राप्त होता है। पंडित जी ने सिरमौर व सोलन के दूरदराज इलाकों में सरकार की विकासात्मक योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने में एक कारगर भूमिका निभाई।

सेवानिवृति पर प्रशस्तिपत्र सौंपती निदेशक किरण बढ़ाना।

1988 में क्लर्क के पद से कैरियर शुरू करने वाले पंडित जी ने पांवटा साहिब में सहायक लोक संपर्क अधिकारी का कार्यभार भी बखूबी संभाला। ‘आस्था का सिरमौर’ पुस्तक में प्राचीन मंदिरों के इतिहास को संकलित किया। मंदिरों का इतिहास जानने की जिज्ञासा रखने वालों के लिए पंडित जी की ये पुस्तक काफी मददगार हैं।

इस अवसर पर निदेशक किरण भड़ाना ने सुभाष चन्द्र शर्मा द्वारा प्रदान की गई सेवाओं की सराहना करते हुए उनके स्वस्थ जीवन और दीर्घायु की कामना की। उन्होंने कहा कि कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण भाव से दी गई उनकी सेवाएं अन्य कर्मचारियों के लिए अनुकरणीय हैं।

उधर, सेवानिवृत होने के बाद सुभाष शर्मा ने कहा कि सेवाकाल के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों व सहकर्मियों का भरपूर आशीर्वाद प्राप्त हुआ, इसके लिए मैं सदैव सबका ऋणी रहूंगा। उनका कहना था कि सोलन व सिरमौर में कार्यरत रहने के दौरान पत्रकारों का काफी सहयोग प्राप्त हुआ। अपने रिश्तेदारों व परिवार का भी आभारी हूं।

इस अवसर पर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।