कोरोना वायरस (Coronavirus) का नया वेरिएंट JN.1 ओमीक्रोन परिवार का एक खतरनाक वेरिएंट है। भारत में इसके मामले बढ़ रहे हैं। JN.1 के लक्षण बुखार, खांसी, नाक बहना, गले में खराश, शरीर में दर्द और थकान शामिल हैं। इसलिए, यदि आपको इन लक्षणों के साथ सांस फूलने की समस्या हो रही है, तो आपको सतर्क होना चाहिए।
कोविड जेएन.1 के लक्षण क्या हैं? बताया जा रहा है कि JN.1 के ज्यादातर मामले बहुत हल्के रहे हैं। इसके लक्षण हैं बुखार, खांसी, नाक बहना, गले में खराश, शरीर में दर्द और थकान आदि शामिल हैं। ये लक्षण फ्लू जैसी अन्य श्वसन संबंधी बीमारियों से अलग नहीं हैं। इन लक्षणों के साथ अगर सांस फूलने की समस्या हो रही है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए।
फ्लू के लक्षणों को कम करने के लिए आप कई घरेलू उपाय आजमा सकते हैं। कई प्रकार के वायरस से आपको फ्लू हो सकता है। इस नए वेरिएंट के लक्षण फ्लू से मिलते-जुलते हैं इसलिए अप लक्षणों को कम करने और वायरस को फैलने से रोकने के लिए कोरोना से जुड़े नियमों का पालन करने सहित नीचे बताए उपाय आजमा सकते हैं।
पानी और तरल पदार्थ पियें
श्वसन फ्लू हो या पेट का फ्लू आपको पानी और अन्य तरल पदार्थों का खूब सेवन करना चाहिए। पानी आपकी नाक, मुंह और गले को नम रखने में मदद करता है। यह आपके शरीर को जमा हुए म्यूकस और कफ से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। यदि आप सामान्य रूप से खा-पी नहीं रहे हैं तो भी आपको डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है।
आराम करें
फ्लू होने पर आराम करना और अधिक नींद लेना जरूरी है। नींद से आपके इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने और शरीर को फ्लू वायरस से लड़ने में मदद मिलती है। अगर आपको लक्षण हैं, तो आराम करें और नींद लेने की कोशिश करें।
डाइट में जिंक की कमी न होने दें
फ्लू के लक्षणों से लड़ने के लिए शरीर में जिंक की कमी न होने दें। अपने खाने में जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें। जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थों में लाल मांस, मसूर की दाल, चने, बीन्स, नट्स, सीड्स, डेयरी उत्पाद और अंडे शामिल हैं।
नमक के पानी से कुल्ला करें
गर्म पानी और नमक से कुल्ला करने से गले की खराश को शांत किया जा सकता है। गरारे करने से बलगम को साफ करने में भी मदद मिल सकती है। इससे सर्दी और बुखार के लक्षणों भी कम किया जा सकता है।
हर्बल टी पिएं
कई जड़ी-बूटियों में नैचुरल एंटीवायरल और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। चक्र फूल एक ऐसा मसाला है जिसमें ओसेल्टामिविर फॉस्फेट तत्व होता है, जो फ्लू से राहत दे सकता है। हर्बल टी में एंटी बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इसके लिए आप हरी या काली चाय, हल्दी, ताजा या सूखा अदरक, ताजा लहसुन और लौंग की चाय पी सकते हैं।
गर्म पानी की भाप लें
पानी के गर्म बर्तन से भाप लेने से आपकी नाक, साइनस, गले और फेफड़ों को आराम देने में मदद मिल सकती है। भाप लेने से गले और छाती में चिपके कफ को ढीला करने में मदद मिल सकती है। इससे नाक और फेफड़ों में सूजन से भी राहत दिला सकती है। भाप लेने से सूखी खांसी, नाक में जलन और सीने में जकड़न से राहत मिल सकती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।