रोजाना 30 मिनट की कसरत से जानलेवा बीमारियों का खतरा 30% तक कम किया जा सकता है; इलाज पर बचेंगे पैसे, 75 हार्ड या गेमिफाइड रखेगा फिट

“राम-राम भाई सारया ने!” अगर आप सोशल मीडिया की दुनिया से वाकिफ हैं, तो आपने ये कलाम जरूर सुना होगा। ये है फिटनेस इंफ्लुएंसर अंकित बैंयापुरिया के अभिनंदन करने का खास तरीका। अंकित हाल ही में वायरल फिटनेस चैलेंज ‘75 हार्ड’ को पूरा करने की वजह से चर्चा में आए थे।

उनके रेगुलर एक्सरसाइज के तरीके और अनुशासन को प्रधानमंत्री मोदी ने भी सराहा था। मौजूदा सरकार भी फिटनेस पर खास ध्यान देती है। क्योंकि स्वस्थ नागरिक देश की तरक्की में अहम भूमिका निभाते हैं।

अकेले साल 2019-20 में इलाज पर भारतीयों ने करीब 3 लाख करोड़ रुपए अपनी जेब से खर्च किए थे। मतलब फिट रह कर काफी पैसा बचाया जा सकता है।

जरा सोचिए दिन में सिर्फ आधा घंटा दे कर हम ये पैसा बचा सकते हैं और देश की तरक्की में योगदान दे सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) के मुताबिक, रोजाना 30 मिनट की कसरत से जानलेवा बीमारियों का खतरा 30% तक कम किया जा सकता है।

हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया की ट्रस्टी और मेडटॉक्स की ग्रुप एडिटर इन चीफ डॉ. वीणा अग्रवाल बताती हैं कि रोजाना एक्सरसाइज हमारे दिल और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद है। कसरत करने पर दिमाग से डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर रिलीज होते हैं, जो हमारा मूड भी बेहतर करते हैं।

जब न्यू ईयर शॉपिंग में 10-20% छूट मिलती है, तब तो लोग दौड़े चले जाते हैं। बीमारियों का खतरा 30% कम होना, फिर भी बड़ा नंबर है। तो आइए आज जानते हैं कि साल 2023 में कौन से फिटनेस ट्रेंड वायरल हुए और साल 2024 के लिए इनमें से किस तरीके को हम अपने लिए चुन सकते हैं।

स्वच्छता ही सेवा अभियान के लिए प्रधानमंत्री मोदी के साथ श्रमदान करते अंकित बैंयापुरिया
स्वच्छता ही सेवा अभियान के लिए प्रधानमंत्री मोदी के साथ श्रमदान करते अंकित बैंयापुरिया

1. ’75’ हार्ड

अमेरिकी लेखक, इंफ्लुएंसर और बिजनेसमैन एंडी फ्रीसेला ने ये चैलेंज दुनिया के सामने रखा था। इस चैलेंज में आपको ये 5 काम बिना नागा किए रोजाना करने हैं।

1. कोई एक हेल्दी डाइट चुनें उसे स्ट्रिक्टली फॉलो करें।

2. 45 मिनट इनडोर और 45 मिनट आउटडोर एक्सरसाइज करें।

3. पर्याप्त पानी पिएं।

4. किसी किताब के 10 पन्ने रोज पढ़ें।

5. प्रोग्रेस चेक करने के लिए रोज एक सेल्फी क्लिक करें।

2. खेल-खेल में फिटनेस

इस साल गेमिफाइड फिटनेस भी काफी चर्चा में थी। जैसे मोबाइल में कोई गेम खेलते समय आपका स्कोर दर्ज होता है, उसके पॉइंट्स मिलते हैं। प्ले फिट (play fit), नर्ड (nerd fit) फिट वगैरह कुछ ऐसे ही एप है, जो किसी मोबाइल गेम की तरह आपकी फिटनेस का स्कोर रखते हैं।

3. AI के साथ पर्सनल फिटनेस

पिछले कुछ सालों में आर्टफिशियल इंटेलिजेंस AI ने हर फील्ड में अपनी छाप छोड़ी है। ऐसे में फिटनेस कैसे इससे अछूता रह जाता। फिटबॉड (Fitbod) और माई फिटनेस पल (my fitness pal) जैसे AI पर्सनल फिटनेस एप्स आपकी फिटनेस रूटीन में चार चांद लगा देंगे।

AI स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई बदलाव ला रहा है। बीमारियों का पूर्वानुमान लगाना और सेहत संबंधी डाटा का ख्याल रखना आज AI के जरिए आसान होता नजर आ रहा है। ऐसे में पर्सनल फिटनेस में भी AI को अपना साथी बनाएं।

4. मिनी वर्कआउट

एक दिन में सबके पास 24 घंटे ही होते हैं। ऐसे में काम की वजह से एक साथ 1-2 घंटे निकालना कई लोगों के लिए मुश्किल हो सकता है। इसी का हल निकाल कर मिनी वर्कआउट भी चर्चा में था। इसमें आपको जब भी समय मिले हल्की कसरत कर सकते हैं।

5. फंक्शनल फिटनेस

जिम और डंबल से बॉडी बनाने के बारे में तो हम जानते हैं। लेकिन इस साल फंक्शनल फिटनेस भी काफी ट्रेंड में था। इसमें टायर लुढ़कना, रस्सी खींचना जैसे काम किए जाते हैं। इसका एक फायदा ये है कि इसमें वैसी ही एक्सरसाइज शामिल हैं जो इंसान अपने जीवन में करता है। यानी जरूरत पड़ने पर इन कसरतों से किसी हैवी काम को करने में भी मदद मिल सकती है।

6. वेलनेस कोचिंग

हर कोई, हर काम में एक्सपर्ट तो नहीं हो सकता है। इसलिए कुछ लोग वेलनेस कोचिंग का सहारा लेते हैं। इसमें एक ट्रेंड वेलनेस कोच लोगों की अलग-अलग जरूरत के हिसाब से योग, ध्यान, कसरत और खान-पान सुझाता है। अगर आपको भी अकेले फिटनेस रूटीन फॉलो करने में दिक्कत आ रही हो तो आप भी किसी वेलनेस कोच की मदद ले सकते हैं।

7. बॉडी वेट ट्रेनिंग

बॉडी वेट ट्रेनिंग में बिना कोई वजन उठाए कसरत की जाती है। इसमें अपने ही शरीर के वजन से मसल्स को मजबूत बनाया जाता है। स्ट्रेंथ और स्टेमिना बिल्डिंग में बॉडी वेट ट्रेनिंग आपकी मदद कर सकती है।

8.मेटावर्स फिटनेस

मेटावर्स यानी कंप्यूटर की काल्पनिक (वर्चुअल) दुनिया। आजकल तो लोग मेटावर्स में जमीन भी खरीद रहे हैं। ऐसे में फिटनेस भी इससे अछूता नहीं रहा। मेटावर्स में आप अपने दोस्तों के साथ जुड़कर ऑनलाइन फिटनेस रूटीन फॉलो कर सकते हैं।

किसी गेम की तरह ये भी आपको दोस्तों के साथ कंपीट करने के लिए प्रोत्साहित करता है। मतलब आप काल्पनिक दुनिया में खेलकर असली पसीना बहाकर हेल्दी रह सकते हैं।

9. ग्रुप एक्सरसाइज ट्रेनिंग

हम हमेशा से कितबों में पढ़ते आ रहे हैं कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। ग्रुप स्टडी में साथ पढ़ना हो या दोस्तों के साथ चाय की चुस्कियां लेनी हों, इंसान को दूसरों के साथ रहना पसंद होता है। इसी बात पर ग्रुप एक्सरसाइज ट्रेनिंग भी आधारित है।

इसमें अपने दोस्तों के साथ एक फिटनेस रूटीन फॉलो किया जाता है। ताकि अकेले होने पर आलस कहीं हमें अपनी गिरफ्त में न ले ले।

मेडिकल जर्नल लैंसेट के मुताबिक दुनिया की करीब एक तिहाई आबादी पर्याप्त फिजिकल एक्टिविटी नहीं करती है। इससे उम्र बढ़ने के साथ कैंसर, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है।

तो इस नए साल ऊपर बताए किसी तरीके को फॉलो करके रहें सेहतमंद और दुरुस्त।