प्रौद्योगिकी का समाज में सही इस्तेमाल किया जाना जरूरी है और इसे सकरात्मक तरीके से प्रयोग में लाने से संस्कृति पर किसी भी प्रकार का कोई असर नहीं पड़ेगा। यह बात वीरवार को प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने मीडिया से औपचारिक बातचीत के दौरान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(IIT) मंडी में जारी जी20-एस20 सम्मेलन के 5वें दिन के दौरान कही।
इस अवसर पर सम्मेलन की थीम ‘समाज के लिए प्रौद्योगिकी’ रही और विषय को लेकर विभिन्न वक्ताओं द्वारा अपने विचार सांझा किए गए। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि प्रौद्योगिकी को विकृत रूप देकर ही इससे संस्कृति पर हमला हो सकता है। भारत की प्रौद्योगिकी लगातार बढ़ती जा रही है और आज विश्व भी भारत की प्रौद्योगिकी और तकनीक से सीख ले रहा है। उन्होंने कहा कि वृक्षों में जान होने और उनके द्वारा सांस लेने की बात भी भारत के वैज्ञानिकों ने सिद्ध की है।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि आईआईटी मंडी द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समाज के लिए प्रौद्योगिकी को लेकर आईआईटी के कई शोधकर्ताओं द्वारा कार्य किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश के लिए आईआईटी मंडी एक गर्व का विषय है और प्रदेश के लोगों को भी इस पर गर्व महसूस करना चाहिए।
शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि आईआईटी मंडी प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निचले से ऊपरी स्तर तक कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ने नैनो टेक्नोलॉजी को विकसित किया है। जहां भारत सरकार द्वारा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में खोज को लेकर कार्य कर रही हैं वहीं आईआईटी मंडी भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।