रेणुका जी के विधायक विनय कुमार हो सकते हैं विधानसभा के डिप्टी स्पीकर…!

हिमाचल की रेणुका विधानसभा (Renuka Assembly) के विधायक विनय कुमार को विधानसभा का डिप्टी स्पीकर (deputy speaker) बनाए जाने की अटकलें हैं। मंगलवार से धर्मशाला के तपोवन में विधानसभा शीतकालीन सत्र (assembly winter session) शुरू होने जा रहा है, चर्चा है कि पहले दिन ही विनय कुमार को शपथ दिलाई जा सकती है। सोमवार को विनय कुमार के समर्थकों ने धर्मशाला (dharamshala) की तरफ कूच शुरू कर दिया, इसके बाद विनय कुमार को डिप्टी स्पीकर बनाए जाने की अटकलों को बल मिल गया।

हालांकि,आधिकारिक पुष्टि नहीं है, लेकिन जानकारों का कहना है कि विधायक का परिवार व समर्थक धर्मशाला पहुंच रहे हैं। ऐसे में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि विनय कुमार को पद के लिए आश्वस्त किया गया होगा। उधर, ऐसी भी चर्चा है कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) ने शनिवार को पांवटा साहिब के प्रवास के दौरान भी विनय कुमार को पद के लिए आश्वस्त कर दिया था। साथ ही बातचीत के लिए विनय कुमार को हेलीकॉप्टर (helicopter) में साथ ही चंडीगढ़ (Chandigarh) भी ले गए थे। संगड़ाह कांग्रेस मंडल की बैठक में भी कार्यकर्ताओं को डिप्टी स्पीकर का पद मिलने का संकेत दे दिया गया।

हाल ही में सुक्खू सरकार की पहली वर्षगांठ के अवसर पर कांगड़ा व बिलासपुर को मंत्रिमंडल में स्थान मिला है। अनुसूचित जाति से दो मंत्री बनाए जा चुके हैं। डिप्टी स्पीकर भी इसी कोटे से होगा। साथ ही वीरभद्र सिंह (Virbhadra Singh) गुट को भी प्रतिनिधित्व मिल जाएगा। ये अलग बात है कि सिरमौर (Sirmaur) के स्थानीय राजनीतिक समीकरण भी साधे जाएंगे, जिसमे हाटी कबीले को अनुसूचित जनजाति का दर्जा भी शामिल है। मौजूदा में सिरमौर से ताकतवर मंत्री के रूप में हर्षवर्धन चौहान(Harshwardhan Chauhan) सरकार में शामिल है।

वीरभद्र सिंह सरकार में लोक निर्माण विभाग के मुख्य संसदीय सचिव रहे चुके विनय कुमार को राजनीति विरासत में मिली है। दिवंगत वीरभद्र सिंह ने पहली बार जीतने पर ही विनय कुमार को CPS की कुर्सी से नवाजा था। निष्ठावान होने के बावजूद विनय कुमार के पिता स्वर्गीय डॉ. प्रेम सिंह मंत्री नहीं बन पाए थे।  ऐसा माना जाता है कि दिवंगत वीरभद्र सिंह को इस बात का मलाल था कि डॉ. प्रेम सिंह को मंत्री नहीं बना सके।

लिहाजा, उनके निधन के बाद बेटे को उप चुनाव में टिकट दिया, हालांकि विनय कुमार उप चुनाव हार गए थे, लेकिन 2012 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद वीरभद्र सिंह सरकार में मुख्य संसदीय सचिव बनाए गए। 2022 में विनय कुमार तीसरी मर्तबा विधायक बने हैं। विधायक विनय कुमार का राजनीतिक जीवन करीब 12 साल का हो चुका है। बहरहाल, सोमवार को विधानसभा का सत्र शुरू होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

उधर, ये भी बताया जा रहा है कि सोमवार शाम को CLP की बैठक होनी है। इसमें कोई अर्चन नहीं हुई तो इनका पद पक्का है।