निमोनिया फेफड़ों का एक गंभीर संक्रमण है जो किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन यह छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों में अधिक आम है।
निमोनिया तब होता है जब बैक्टीरिया, वायरस, कवक, या अन्य रोगाणु फेफड़ों में प्रवेश करते हैं और एल्वियोली नामक वायु थैली में सूजन पैदा होती है। यह सूजन हवा की थैलियों को द्रव या मवाद से भरने का कारण बन सकती है, जिससे ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती और सांस लेना मुश्किल हो जाता है।
इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग समय-समय पर विशेष मुहिम चलाता रहता है इस बार स्वास्थ्य विभाग ने एक विशेष मुहिम saans जिला भर में चलाई है ।
सोशल अवेयरनेस एक्शन टू न्यूट्रलाइज निमोनिया सक्सेसफुली इस मुहिम के तहत लोगों को जागरूक किया जाएगा और निमोनिया को जड़ से खत्म करने का प्रयास किया जाएगा । जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर दो गगन ने जानकारी देते हुए बताया दो वर्ष से कम के बच्चे और 65 वर्ष से अधिक के बुजुर्गों में निमोनिया होने का खतरा अधिक रहता है जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग इस तरह की जागरूकता फैलाने का कार्य करता है।यहां मुहिम 12 नवंबर से 29 फरवरी 2024 तक चलेगी जिसमें स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक व्यक्ति को निमोनिया के प्रति जागरूक करेगा ताकि भविष्य में निमोनिया के कैसो में कमी आ सके।
आजकल इस महीने जोर पकड़ लिया है और अधिक तक छोटे बच्चों में निमोनिया की बीमारी है इस मौसम में सामने आती है जिसके चलते यह जागरूकता फैलाई जा रही है ताकि निमोनिया जैसी बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सके