धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Maa Kalratri Puja Benefit: मां कालरात्रि देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों में से सातवां रूप हैं। मां कालरात्रि को काली, महाकाली, भद्रकाली और भैरवी के नाम से भी जाना जाता है, जिन्हें तंत्र विद्या में सिद्धि चाहिए होती है, वे मां दुर्गा के इस विकराल रूप की आराधना करते हैं। कहा जाता है मां कालरात्रि की पूजा अगर पूरी श्रद्धा के साथ की जाए तो वे अपने भक्तों को नकारात्मक शक्तियों और गुप्त शत्रुओं से बचाती हैं।

देवी कालरात्रि (Maa Kalratri) को गहरे नीले या काले रंग से वर्णित किया गया है, चार हाथों, घने बालों और गधे पर सवार मां अपने भक्तों की हर मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं। साथ ही जीवन की हर मुश्किलें दूर करती हैं।

मां काली का मंत्र

क्लीं ऐं श्रीं कालिकायै नम:

एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्त शरीरिणी॥ वामपादोल्लसल्लोह लताकण्टकभूषणा। वर्धन मूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥

‘ॐ फट् शत्रून साघय घातय ॐ।’

मां कालरात्रि मंत्र के लाभ

मां कालरात्रि की पूजा करने के कई तरीके हैं। कई भक्त उनके मंत्रों का जाप करके उनकी पूजा करते हैं। उनके मंत्र में वह शक्ति है कि जीवन का हर अंधकार क्षण भर में समाप्त हो जाता है। साथ ही यह अंदर की नकारात्मकता को दूर करता है और आभा को शुद्ध करता है।

यही नहीं यह आपके आस-पास के दुश्मनों और बुरी आत्माओं को हराने में भी मदद करता है। इसके साथ ही यह साधक को अद्भुत शक्ति प्रदान करता है, जो लोग उनके मंत्रों का जाप पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ करते हैं, देवी कालरात्रि उन्हें हर तरह की सुरक्षा प्रदान करती हैं।

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