उत्तरकाशी बचाव अभियान में शामिल किए गए इंटरनेशनल सुरंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाले जाने के कुछ घंटों बाद बाबा बोखनाग के अस्थायी मंदिर में प्रार्थना करते देखे गए.
सिल्क्यारा सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूरों को बाहर निकाला गया
डिक्स 20 नवंबर को भारत आए थे और तब से सिल्कयारा सुरंग स्थल पर थे. उनकी विशेषज्ञता 17 दिनों तक चले उत्तरकाशी बचाव अभियान महत्वपूर्ण रही है, जिसमें एक के बाद एक बाधाएं आती रहीं.
Australian Expert Arnold Dix ने की बाबा बौखनाग की पूजा
डिक्स ने अपने एक बयान में कहा कि इस मिशन में एक चमत्कार हुआ और वह मंदिर जाएंगे क्योंकि जब ऑपरेशन चल रहा था तो उन्होंने मंदिर में ‘धन्यवाद’ कहने का वादा किया था. मिशन की सफलता के बाद उन्होंने अपना वादा निभाया. मजदूरों के बाहर आने के बाद उन्हें स्थानीय देवता बाबा बौखनाग जी के मंदिर में प्रार्थना करते देखा गया.
उत्तरकाशी बचाव अभियान की सफलता के बाग क्या बोले Arnold Dix?
डिक्स ने सफलता का रहस्य बताते हुए कहा, ”हम शांत थे और हम जानते थे कि हम क्या चाहते हैं. हमने एक अद्भुत टीम के रूप में काम किया – इंजीनियर, सेना, जिनके साथ काम करने के लिए सर्वश्रेष्ठ लोग मौजूद हैं, सभी एजेंसियां, संघीय प्राधिकरण.सफल मिशन का हिस्सा बनना खुशी की बात थी. याद रखें, मैंने शुरुआत में कहा था कि 41 लोग क्रिसमस तक सुरक्षित घर लौट जाएंगे. क्रिसमस जल्दी आ रहा है.”
Arnold Dix की तरीफ में ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी ने क्या कहा?
ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बानीज़ ने उत्तरकाशी बचाव अभियान की सफलता के बाद कहा, “भारतीय अधिकारियों द्वारा एक अद्भुत उपलब्धि. गर्व है कि डिक्स ने ज़मीनी स्तर पर भूमिका निभाई”. डिक्स ने पीएम के संदेश का जवाब देते हुए कहा कि धन्यवाद, श्रीमान प्रधान मंत्री. लेकिन एक ऑस्ट्रेलियाई के रूप में, श्रीमान, यदि आप देख रहे हैं, तो यह दिखाना मेरा सौभाग्य और खुशी है कि हम न केवल क्रिकेट में शानदार हैं, मुझे क्रिकेट पसंद है, बल्कि हम सुरंग बचाव सहित अन्य चीजें भी करते हैं.
ऑस्ट्रेलियाई से मजदूरों को बचाने भारत आए अर्नोल्ड डिक्स कौन हैं?
बता दें, अर्नोल्ड डिक्स जिनेवा स्थित इंटरनेशनल टनलिंग अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के प्रमुख हैं और एक भूविज्ञानी, एक इंजीनियर और एक वकील भी हैं.